• लाखों के गहने और कैश लूटने वाले मुख्य आरोपी सागर उर्फ संजय को दबोचा, बहादुरगढ़ पुलिस का मिला सहयोग
जयपुर 27 नवंबर। अलवर के तिजारा रोड स्थित आर्चीड गार्डन के सामने स्थित एक ज्वैलर्स शोरूम पर हुई लूट की गंभीर वारदात का पुलिस ने मात्र चार दिनों में खुलासा कर मुख्य आरोपी सागर उर्फ संजय यादव पुत्र संजीव कुमार उर्फ संजय (20) निवासी इस्माइलपुर थाना बादली जिला झज्जर हरियाणा को गिरफ्तार कर लाखों के जेवर बरामद करने में सफलता हासिल की है।
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि 22 नवंबर को तिजारा रोड आर्चीड गार्डन के सामने स्थित राधा ज्वैलर्स नामक दुकान पर लूट की एक गंभीर वारदात हुई थी। परिवादी ने थाना शिवाजी पार्क पर रिपोर्ट दर्ज कराई कि दोपहर करीब 3:00 बजे अचानक 3 लड़के दुकान में घुस आए। उन्होंने धक्का देकर उसे गिरा दिया और धारदार दराती गर्दन पर रख दी। आरोपियों ने तिजोरी खोलकर उसमें से करीब 250 से 300 ग्राम सोने के आभूषण (जिसमें 600 नग सोने की नोज पिन, बालियां, मंगलसूत्र, अंगूठियां आदि शामिल थे), चांदी के आभूषण और करीब एक लाख रुपये नकद लूट लिए। इस संबंध में थाना शिवाजी पार्क पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।
इस सनसनीखेज वारदात का त्वरित खुलासा करने के लिए एसपी चौधरी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांबले शरण गोपीनाथ आईपीएस, सीओ शिवानी आईपीएस और अंगद शर्मा के सुपरविजन में थाना शिवाजी पार्क, डीएसटी टीम, साइबर टीम और थाना एनईबी, बगड़ तिराहा, सदर, मालाखेड़ा, नौगांवा, रामगढ़ आदि से टीम गठित की गई।
तकनीकी सहायता और मुखबिरों से प्राप्त आसूचना के आधार पर पुलिस ने महज चार दिन के भीतर ही वारदात के मुख्य आरोपी को ट्रेस कर लिया। मुख्य आरोपी सागर उर्फ संजय पुत्र संजीव कुमार उर्फ संजय को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी सागर उर्फ संजय एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ पहले से ही हरियाणा के बादली, फरुखनगर, दुजाना और लाइन पार बहादुरगढ़ थानों में लूट, आर्म्स एक्ट और चोरी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लूट के सामान में से ₹2400/- नगद और बड़ी संख्या में सोने तथा चांदी जैसे धातुओं के आभूषण, जिनमें मंगलसूत्र, पैण्डल, कांटे, नोज पिन, बाली, पायजेब आदि शामिल थे, बरामद किए हैं।
इस जटिल मामले के खुलासे में थानाधिकारी शिवाजी पार्क चन्द्रशेखर के नेतृत्व में कार्यरत टीम-01 ने घटनास्थल की रिकॉर्डिंग, पूछताछ और रूट की पहचान करने में विशेष भूमिका निभाई, वहीं डीएसटी और साइबर टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों से मदद की। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है। लूट की वारदात में शामिल इस गिरोह को मदद करने वाले अन्य आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
