मुखबिरी के शक में मौत के घाट उतारा; 6 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस रिमांड पर अन्य आरोपियों की तलाश जारी
चित्तौड़गढ़ 25 जुलाई। चित्तौड़गढ़ पुलिस ने एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया है। कनेरा थाना क्षेत्र में एक युवक का अपहरण कर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने शव को जलाकर उसकी राख को तालाब में फेंक दिया था। कनेरा थाना पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने मृतक पर उनकी मुखबिरी करने का शक होने के कारण इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि कनेरा थाने के श्रीपुरा निवासी लाभचंद धाकड़ ने 25 अप्रैल को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि शाम के समय जब वह और उनका बेटा कालूराम घर पर थे तभी देणीपुरिया निवासी सुनील धाकड़ अपने 2-3 साथियों के साथ आया। उन्होंने कालूराम को घर के बाहर बुलाया और उनकी मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए उसे जबरदस्ती एक कार में बिठाकर ले गए। आधे घंटे बाद दो और व्यक्ति घर आकर कालूराम का मोबाइल मांगने लगे। जब लाभचंद ने मना किया तो उन्होंने धमकी दी कि नहीं दोगे तो तुम्हारे पुत्र को जिंदगी से हाथ धोना पड़ेगा और जबरदस्ती मोबाइल छीन कर ले गए। इसके बाद लाभचंद ने कालूराम की तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। घटना में अपहरण का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह और डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्रीलाल के सुपरविजन एवं थानाधिकारी महेंद्र सिंह के नेतृत्व में कनेरा थाना से एएसआई बालमुकुंद, महेंद्र कुमार, कांस्टेबल रेवताराम, सुरेश राम और राजेंद्र की टीम ने घटना के मुख्य आरोपी मन्नालाल उर्फ सुनील धाकड़ निवासी वेणीपुरिया की तलाश कर उसे गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी सुनील धाकड़ ने बताया कि उसने और उसके साथियों ने कालूराम पर मुखबिरी करने का शक होने पर उसे घर से उठा लिया। वे उसे केली गांव के पास खेतों में ले गए, जहां उन्होंने कालूराम के साथ बेरहमी से मारपीट की। मारपीट के कारण कालूराम बेहोश हो गया और उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद उन्होंने कालूराम के शव को घाटरानी के जंगल में फेंक दिया।
अगले दिन सुनील धाकड़ अपने साथी राजेश गुर्जर, गणेश मारवाड़ा और निर्भयराम उर्फ कालू कच्छावा के साथ वापस गया। उन्होंने शव पर लकड़ियां, कपूर, पेट्रोल और सॉल्यूएन डालकर जला दिया। शव जलने के बाद उन्होंने राख को एक कट्टे में भरा और सरोदा (मध्य प्रदेश) के तालाब में ले जाकर पानी में बिखेर दिया ताकि सभी सबूत नष्ट हो जाएं।
आरोपियों की निशानदेही पर जिस स्थान पर शव को जलाया गया था और जिस तालाब में राख को बिखेरा गया था, उन स्थानों से एफएसएल टीम की सहायता से सबूत जुटाए गए। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया है और उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है। इस मामले में अन्य साथी आरोपियों की तलाश भी जारी है।
मामले में पुलिस ने आरोपी मन्ना लाल उर्फ सुनील धाकड़ (32) पुत्र निर्भय राम निवासी वेणीपुरिया थाना कनेरा, राजेश गुर्जर (34) पुत्र हरदेव निवासी रावलिया थाना कनेरा, निर्भय राम उर्फ कालू कच्छावा (32) पुत्र राधेश्याम कच्छावा, निवासी मेघपुरा थाना जावद, नीमच, शाहरुख पठान (32) पुत्र रसीद पठान पेशा गैराज चलाना निवासी कनेरा, अब्दुल मलिक (21) पुत्र मोहम्मद रज्जाक शाह निवासी कनेरा और हरिओम पाटीदार (25) पुत्र कैलाश पाटीदार केली थाना कोतवाली निम्बाहेडा को गिरफ्तार किया है।
चित्तौड़गढ़ में सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा: युवक का अपहरण कर हत्या, जलाकर राख तालाब में फेंकी
