एयरपोर्ट परं वन्यजीव व पक्षी विमान टकराव प्रबंधन पर प्रथम चरण का सर्वेक्षण संपन्न

उदयपुर 27 जून। वन्यजीव प्रबंधन व स्वास्थ्य अध्ययन उपकेंद्र, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय नवानिया व हवाई अड्डा प्राधिकरण, उदयपुर की ओर से महाराणा प्रताप एयरपोर्ट डबोक में वन्यजीव व पक्षी विमान टकराव के जोखिम कम करने हेतु सर्वेक्षण का प्रथम चरण मंगलवार को सम्पन्न हुआ।
विमानपत्तन निदेशक व एटीसी इंचार्ज राघवेन्द्र रत्न मौर्य ने बताया कि इस सर्वे का उद्देश्य पक्षी विविधता का मूल्यांकन करना, पक्षी विमान समस्याओं का मूल्यांकन करना और सुरक्षा को सुधारने के लिए उपायों का मूल्यांकन करना था। सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत डॉ. हेमन्त जोशी, पक्षीविद शरद अग्रवाल, मार्क्स भारतीय, सहायक महाप्रबंधक (एटीसी) व एटीसी के स्टाफ ने सर्वे कर प्राधिकरण को रिपोर्ट प्रस्तुत की। पांच दिन के सुबह, दोपहर व शाम से रात तक के सर्वे में 63 प्रजातियों की कुल 521 पक्षी की गणना की गई, जिसमे शिकरा, ब्लैक विंग काइट, जिटिंग सिस्टिकोला, सावाना नाइटजार व इंडियन थिक नी, चित्रित फ्रेंकोलिन और अन्य प्रजातियाँ प्रमुख रही। पक्षीविद शरद अग्रवाल ने एयरपोर्ट पर पक्षियों को भगाने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की तथा विभिन्न नए उपायों को भी करने के सुझाव दिए। सह अन्वेषक डॉ. हेमन्त जोशी ने एटीसी के स्टाफ को रनवे पर विमान उड़ते व उतरते समय से पूर्व पक्षी को उड़ाने में वैज्ञानिक तरीके से ध्यान रखने हेतु प्रशिक्षण दिया। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य विमान व पक्षी के बीच टकराव को कम करने के प्रयासों का मूल्यांकन करना और उन्हें अधिक प्रभावी बनाए रखने के लिए सुझाव देना था। सर्वे के तीन चरण होंगे। अगला चरण सर्दी में किया जाएगा।

By Udaipurviews

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