-सात वर्षों का अफीम डोडा चूरा मांगने के नोटिस का विरोध, फार्म-सी भरवाकर समाधान कराने की मांग
उदयपुर, 24 जून। जिले के मावली, वल्लभनगर, भींडर, कानोड़ के किसानों ने अफीम डोडा चूरा के निरस्तीकरण की मांगों को लेकर मंगलवार को उदयपुर जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया। साथ ही एडीएम (प्रशासन) और उसके बाद आबकारी आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
मावली, वल्लभनगर, भींडर, कानोड़ से बड़ी संख्या में किसान मंगलवार को जिला मुख्यालय पर पहुंचते हुए टाउन हाल प्रांगण में एकत्रित हुए। वहां से रैली निकालते हुए देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्री पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने बताया कि आबकारी विभाग की ओर से किसानों को नोटिस जारी कर वर्ष 2018 से 2024 तक का डोडा चूरा मांगा गया, जो पिछले वर्षों का कृषक द्वारा उचित मुआवजे के अभाव में अपने खेतों में डालकर नष्ट कर दिया गया। किसानों ने बताया कि अब ऐसे में सभी किसानों का फार्म-सी भरवाकर निस्तारण करवाया जाए। उन्होंने वर्ष 2024-25 के डोडा चुरा के लिए किसानों को उचित मुआवजा देकर नष्टीकरण करवाने की मांग की। अफीम किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश जोशी ने बताया कि विभाग द्वारा नोटिस जारी कर बीते सात वर्ष का डोडा चूरा नष्ट करने के लिए कहा गया है लेकिन सवाल यह है कि जब किसान के घर में अनाज सात वर्ष नहीं रहता तो डोडा चूरा कैसे रहेगा। उन्होंने गत वर्ष के डोडा चूरा नष्ट का फार्म-सी देने और जो भी वाजिब मुआवजा बनता है वह देने की मांग की। कलेक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन के बाद किसानो के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर के अनुपस्थिति में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़ को ज्ञापन देकर उनकी मांगों का निस्तारण करवाने की मांग की। इसके बाद सभी किसान रैली के रूप में आबकारी कार्यालय पहुंचे और वहां कुछ देर धरना दिया। यहां भी किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने आबकारी आयुक्त को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा।