-10वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने फ्यूचर डॉयल कार्यक्रम का आॅनलाइन शुभारंभ
उदयपुर। प्रदेश में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के बाद विद्यार्थियों के सामने विषय व संकाय चयन को लेकर आने वाली बड़ी समस्या के समाधान व उनके करियर संबंधी मार्गदश्रन के लिए शिक्षा विभाग एवं राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् उदयपुर की ओर से तैयार डॉयल फ्यूचर कार्यक्रम का मंगलवार को शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने वर्चुअली शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम को विद्यालय स्तर पर लागू करने के लिए चयनित पथ प्रदर्शक एवं हेल्प डेस्क शिक्षकों का आमुखीकरण भी किया गया।
डॉचल फ्यूचर कार्यक्रम के लोगो एवं आरएससीईआरटी द्वारा निर्मित ब्रोशर का वर्चुअली विमोचन करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ कल्ला ने रोजगारोन्मुख शिक्षा पर जोर देते हुए विद्यार्थियों को विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम पूर्ण कर कार्यशील जनसंख्या का हिस्सा बन देश के सकल घरेलु उत्पाद मंद भागीदार बनाने पर बल दिया। शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने समाज के हर तबके के विद्यार्थी की करियर संबंधी आवश्यकताओं को समझने एवं उन्हें पूरा करने में शिक्षक वर्ग की महती भूमिका को रेखांकित किया। स्कूल शिक्षा शासन सचिव नवीन जैन ने डॉयल फ्यूचर के मुख्य उददेश्य पर प्रकाश डाला। उपनिदेशक कमलेन्द्र सिंह राणावत ने बताया कि डायल फ्यूचर कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आरएससीईआरटी द्वारा तीन प्रकार की संदर्भ सामग्री का निर्माण किया गया जिसमें ब्रोशर, मोड्युल एवं दिशा-निर्देशिका सम्मिलित हैं।
आमुखीकरण के लिए आरएससीईआरटी उदयपुर द्वारा निदेशक कविता पाठक के निर्देशन में एक दिवसीय मॉड्यूल तैयार किया गया है। कार्यक्रम पथ प्रदर्शक हेल्पलाइन के लिए चयनितों, राज्य संदर्भ व्यक्तियों, पीईईओ एवं पथ प्रदर्शक शिक्षकों का आमुखीकरण कार्यक्रम जारी रहेगा। इसके लिए कोई भी विद्यार्थी,अभिभावक, शिक्षक कोटा व उदयपुर हेल्प डेस्क नंबर 9773319746, 47, 48, 49, 50 पर अशोक गुप्ता, राजीव मिश्रा, दिनेश कसेरा, शबाना खान से बात कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। डीओआईटी वीसी कक्ष में आरएससीईआरटी की निदेशक कविता पाठक, अतिरिक्त निदेशक शिवजी गौड़, उप निदेशक कमलेन्द्र सिंह राणावत, संभागीय संयुक्त निदेशक(स्कूल शिक्षा) पुष्पेंद्र कुमार शर्मा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय)-माध्यमिक आशा माण्डावत, भींडर सीबीईओ महेंद्र कुमार जैन, मावली सीबीईओ प्रमोद सुथार, एसोसिएट प्रोफेसर आभा शर्मा, प्राचार्य विजय सारस्वत, प्राध्यापक मुकेश कुमार जैन, कार्यक्रम संयोजक डॉ नवनीत शर्मा, डॉ शालिनी शर्मा, रणवीरसिंह राजावत, गौरव गोस्वामी सहित अन्य शिक्षा अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
व्यावसायिक शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थी बने कार्यशील जनसंख्या में भागीदार-डॉ कल्ला
