डूंगरपुर से कांग्रेस का चुनावी शंखनाद

– डोटासरा ने भाजपा को घेरा, बोले: “तहसील स्तर के नेता को बना दिया प्रदेशाध्यक्ष, इसलिए फ्री स्कीम पर दे रहे अनर्गल बयान”
– किरोड़ी मीणा पर भी तीखे हमले, बोले: “आज तक एक भी अपराधी को जेल नहीं भेज सके”

जुगल कलाल
डूंगरपुर, 04जुलाई. कांग्रेस ने पंचायत चुनावों के पहले ही चरण में रणनीति के मोर्चे पर आक्रामक रुख अपना लिया है। पार्टी ने डूंगरपुर जिले के वागड़ गांधी वाटिका से चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। इस सम्मेलन को सिर्फ चुनावी तैयारी नहीं, बल्कि भाजपा के खिलाफ निर्णायक घेराबंदी का आगाज माना जा रहा है। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, आदिवासी प्रकोष्ठ अध्यक्ष विधायक गणेश घोगरा, विधायक अर्जुनराम बामणिया समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कांग्रेस ने इस आयोजन के ज़रिए स्पष्ट संकेत दिए कि पार्टी अब संगठित होकर मैदान में उतरेगी और गुटबाजी को पूरी तरह खत्म किया जाएगा।

डोटासरा का बड़ा हमला — “तहसील स्तर के नेता को बना दिया प्रदेशाध्यक्ष”
प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “भाजपा ने तहसील स्तर के नेता को प्रदेशाध्यक्ष बना दिया है, इसलिए उन्हें न राज्य की जिम्मेदारी का ज्ञान है, न ही योजनाओं का। तभी वो फ्री स्कीम को विकास में बाधा बता रहे हैं। ऐसी गैरजिम्मेदार बयानबाज़ी से जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों की नीतियों ने वागड़ के लोगों को गुजरात पलायन के लिए मजबूर कर दिया है। मनरेगा की मजदूरी तक रोक दी गई है, जो इस क्षेत्र के लोगों का प्रमुख सहारा थी।

किरोड़ीलाल मीणा पर तंज — “अब तक सिर्फ चेकिंग ही की, जेल कोई नहीं गया”
डोटासरा ने भाजपा के फायरब्रांड नेता और मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “किरोड़ी सिर्फ अपनी पर्ची बदलवाने के लिए चेकिंग कर रहे हैं। पिछले डेढ़ साल में एक भी अपराधी को जेल नहीं भेज पाए। सिर्फ मंचों पर झूठी बातें और धमकियां देने से जनता को राहत नहीं मिलती।” उन्होंने कहा कि चेकिंग के नाम पर जो किया जा रहा है वो दिखावा है। आज तक किसी अधिकारी या भ्रष्ट नेता के खिलाफ न कोई जांच पूरी हुई, न ही कार्रवाई।

टीकाराम जूली का सीधा सवाल — “जिले में भाजपा का प्रभारी कौन है?”
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “इस जिले में भाजपा का प्रभारी कौन है, ये जनता तक नहीं जानती। जब जनता अपने जनप्रतिनिधि का नाम तक नहीं बता पाए तो समझ लेना चाहिए कि सरकार कितनी लाचार और बेजान है।” जूली ने योजनाओं की दुर्दशा और मंत्रियों की निष्क्रियता को सरकार की सबसे बड़ी विफलता करार दिया। विधायक गणेश घोगरा को डूंगरपुर जिले में कांग्रेस का सर्वोच्च चेहरा बनाते हुए पंचायतीराज चुनाव की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई। प्रदेश प्रभारी रंधावा ने स्पष्ट कहा कि संगठन के भीतर किसी भी प्रकार की गुटबाजी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एकता से ही चुनावी मैदान में उतरकर जीत हासिल की जाएगी।

“तीन कमरों में फाइलों के ढेर, मुख्यमंत्री सिर्फ बैठकों में व्यस्त” — डोटासरा का हमला
डोटासरा ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर भी तंज कसते हुए कहा, “मुख्यमंत्री सिर्फ पांच-पांच घंटे की समीक्षा बैठकों में व्यस्त हैं। वीसी और मीटिंग के अलावा कोई निर्णय नहीं हो रहा। तीन कमरों में फाइलों के ढेर लगे हैं, अधिकारी तक परेशान हो चुके हैं।” प्रदेशाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पंचायतीराज और नगर निकाय चुनाव किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस वागड़ में अपनी ताकत के बूते चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। किसी पार्टी से गठजोड़ की आवश्यकता नहीं है।”

By Udaipurviews

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