भाई को मिली सूचना तो कारोई थाना पुलिस लेकर आई भीलवाड़ा
उदयपुर, संवाद सूत्र। भीलवाड़ा जिले की एक युवती को पिछले छह महीनों में चार बार बेच गया और अलग—अलग पांच लोगों ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी तरह वह अपने भाई से संपर्क करने में सफल रही, जिसके बाद उसका भाई पुलिस को लेकर पहुंचा और युवती को भीलवाड़ा लाया जा सका।
पीड़िता ने जब आपबीति भीलवाड़ा पुलिस को बताई तो वह भी हैरत में रह गई। बीस साल की पीड़िता ने बताया कि पिछले 6 महीनों में उसे पाली और उसी जिले के गांव रास, अजमेर जिले के ब्यावर तथा कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू में बंदी बनाकर रखा गया। एक व्यक्ति का मन भरता तो उसने उसे दूसरे को महज कुछ हजार रुपए में बेच दिया तथा हर खरीदार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जब सभी का मन भर गया तो फिर से वह उसी व्यक्ति के पास पहुंच गई, जिसने उसे पहले बेचा था। किसी तरह वह उस दुष्कर्मी के मोबाइल से अपने भाई को संपर्क करने में सफल रही और वापस अपने घर लौट पाई।
भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि मामले की जांच गंगापुर के पुलिस उप अधीक्षक गोपीचंद मीणा कर रहे हैं। पता चला है कि पीड़िता के माता—पिता का निधन हो चुका था और वह अपने किसान भाई के साथ रहती थी।
शादी का झांसा देकर युवती को अपने साथ ले गया था पहला आरोपित
पुलिस ने बताया कि पीड़िता की पहचान बदनौर के मोटरास गांव के बंशीलाल नामक युवक से थी। उसने पीड़िता को शादी करने का झांसा दिया था और वह उसे अपने साथ पाली ले गया। जहां दस दिन तक उसे अपने साथ रखा और इस दौरान हर दिन उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। मन भरने के बाद बंशीलाल पुत्र धर्मा रेबारी ने उसका सौदा दस हजार रुपए में अपने भाई बद्रीलाल के साथ कर दिया। जिसके बाद बद्रीलाल उसे भीलवाड़ा लेकर आया और यहां पंद्रह दिन तक अपने साथ रखा। उसने भी हर दिन उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद बद्रीलाल ने पीड़िता का कल्लूराम नामक व्यक्ति को दस हजार रुपए में बेच दिया। कल्लूराम पुत्र मेघाराम रेबारी पीड़िता को पाली जिले के रास बाबरा गांव ले गया। जहां कुछ दिन रखने के बाद वह उसे बैंगलुरू ले गया और एक महीने तक उसे अपने पास रखा और वह भी हर दिन उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। मन भरने पर कल्लूराम ने पीड़िता का सौदा बीस हजार रुपए में देवासी की ढाणी—पाली के पुखराज पुत्र मेघाराम रेबारी से कर दिया। जिसने पीड़िता को एक महीने तक अजमेर जिले के ब्यावर में रखा और वह भी उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। अंत में पुखराज ने एक बार फिर पांच हजार रुपए में पीड़िता का सौदा घासीराम नामक व्यक्ति से कर दिया जो सोजत के पास थरासनी गांव का रहने वाला था। वह पीड़िता को अपने साथ खैरवा गांव लाया और पंद्रह दिन तक उसे अपने साथ रखा और उसने भी कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। यहां से अंत में वह फिर से उसी कल्लूराम के पास पहुंच गई, जिसने बद्रीलाल से उसे दस हजार रुपए में खरीदा था। तीन महीने तक वह कल्लूराम के पास रही और एक दिन उसने उसी के फोन से अपने भाई से संपर्क कर आपबीति बता दी थी।
