उदयपुर। भीलवाड़ा जिले में किशोरी से गैंगरेप तथा उसे भट्टी में जिंदा झोंकी पीड़िता के शरीर के टुकड़ों का सोमवार को घटना के पांच दिन बाद उसके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के पिता ने बेटी के अधजले हिस्सों को देखा तो उनका सब्र का बांध टूट गया और वह जलती चिता में कूदने आगे बढ़ गए। मौजूद परिजनों ने उन्हें रोका लेकिन तबियत बिगड़ने पर वह बेहोश होकर गिर पड़े। जिला अस्पताल में भर्ती पिता की तबियत अब सामान्य बताई जा रही है।
इससे पहले पुलिस ने गैंगरेप पीड़िता के शरीर के सभी टुकडों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को हवाले कर दिया था। जिसके बाद पीड़िता के परिवार और सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले 14 साल की एक किशोरी के साथ दो भाइयों ने गैंगरेप करने के बाद उसे जीवित अवस्था में कोयले बनाने की जलती भट्टी में डाल दिया था। पीड़ित परिवार जब अपने बेटी की तलाश कर रहा था तो तब उन्हें पैरों का कड़ा तथा अन्य सामान जलती भट्टी के बाहर मिला। बारिश के मौसम में जलती भट्टी देख उन्हें शक हुआ तो उसे खंगाला तो उसमें उनकी बेटी की अस्थियां बरामद हुई। जिसकी पहचान उसके पहने जेवरातों से हुईं। इस मामले में पुलिस अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं भाजपा के सांसदों की टीम रविवार को पीड़ित परिजनों से मिला और घटनाक्रम की रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपेगा।
भाजपा का आरोप, पीड़ित परिवार को नहीं उपलब्ध कराई सहायता
भीलवाड़ा प्रकरण में बीजेपी ने राज्य सरकार पर पीड़ित परिवार को सहायता उपलब्ध नहीं करने का आरोप लगाया हैं। बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर ने कहा कि उल्टे बीजेपी ने जन सहयोग से पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अभी तक दिलाई हैं। पीड़ित परिवार के बीजेपी समर्थित होने से उसे राज्य सरकार ने अभी तक किसी तरह की आर्थिक सहायता नहीं दी हैं। उन्होंने कहा, राज का कर्तव्य सुरक्षा देने का होता है। लेकिन जो राज सुरक्षा ही ना दे पाए। उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
भीलवाड़ा कांड : बेटी की चिता में पिता ने की कूदने की कोशिश
