7 साल बाद खुला 10,000 रुपये के इनामी अपराधी का राज: नाबालिग का अपहरण कर किया था दुष्कर्म, रतलाम से हुआ गिरफ्तार

प्रतापगढ़ पुलिस की बड़ी सफलता, साइबर सेल की मदद से मामले में मिली सफलता
प्रतापगढ़  1 सितंबर। पुलिस ने 7 साल पुराने अपहरण और दुष्कर्म के एक मामले में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने 10,000 रुपये के इनामी आरोपी घनश्याम मीणा पुत्र नानूराम (48) निवासी कथागरा मानपुरा प्रतापगढ़ को मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 7 साल पहले एक नाबालिग लड़की का अपहरण किया था। पुलिस ने नाबालिग को भी सकुशल दस्तयाब कर लिया है।
प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देश परअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसिंह और पुलिस उप अधीक्षक गजेंद्र सिंह राव के मार्गदर्शन में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। धमोतर थानाधिकारी घीसूलाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने अथक प्रयासों के बाद इस पुराने मामले को सुलझाया।
यह घटना 10 दिसंबर 2018 की है, जब धमोतर थाने में एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पिता ने बताया कि उसकी बेटी को घनश्याम लाल मीणा बहला-फुसलाकर अम्बामाता मेले से भगा ले गया था। शिकायतकर्ता को डर था कि घनश्याम उसकी बेटी के साथ कोई अप्रिय घटना कर सकता है। इस रिपोर्ट के आधार पर धमोतर थाने में घनश्याम के खिलाफ आईपीसी और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस की 7 साल लंबी खोज
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी और नाबालिग की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों का इस्तेमाल किया और पूरे राजस्थान और सीमावर्ती राज्यों में इश्तहार भी छपवाए। प्रतापगढ़, छोटीसादड़ी, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, हिम्मतनगर, अहमदाबाद, राजकोट (गुजरात), निम्बाहेड़ा, राजसमंद, मंदसौर, जावरा और रतलाम जैसे कई शहरों में गहन तलाशी की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अपहृत नाबालिग और आरोपी दोनों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। लंबे समय तक चले इस अभियान के बाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली। साइबर सेल की विशेष भूमिका के साथ टीम ने आरोपी घनश्याम मीणा को ढोढर, जिला रतलाम से दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने नाबालिग को भी सुरक्षित वापस ला दिया है।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस मामले में साइबर सेल और पुलिस टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की जा रही है।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!