• अवैध शराब खुर्द-बुर्द करने के शक में निर्मम हत्या, अवैध शराब तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश
जयपुर 26 नवंबर। बाड़मेर पुलिस ने युवक पेमाराम भील की हत्या के जघन्य मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य के नेतृत्व में गठित विशेष पुलिस टीमों ने हत्या के दो नामजद आरोपियों घेवरचन्द विश्नोई निवासी बूल, धोरीमना और अनिल कुमार विश्नोई निवासी विष्णु नगर, जालोर को गुजरात के अहमदाबाद गिरफ्तार किया गया है।
अवैध शराब खुर्द-बुर्द करने के शक पर मारपीट में हुई मौत
गिरफ्तार आरोपियों ने अपने ट्रक पर काम कर रहे ड्राइवर मुकेश कुमार भील निवासी उडासर थाना गुडामालानी और खलासी मृतक पेमाराम भील निवासी मांगता के साथ अवैध शराब बेचने (खुर्द बुर्द) की बात को लेकर गंभीर मारपीट की थी। ट्रक से अवैध शराब चंडीगढ़ से गुजरात ले जाई जा रही थी। आरोपियों ने दोनों युवकों को जान से मारने की नीयत से पीटा और मुकेश कुमार को बालोतरा के पास तथा पेमाराम भील को डाबड़ के पास मेगा हाईवे के किनारे फेंककर फरार हो गए थे। इलाज के दौरान पेमाराम भील की मृत्यु हो गई, जिसके बाद मामले में हत्या और एससी/एसटी एक्ट की धाराएं जोड़ी गईं।
जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना ने बताया कि बालोतरा जिले के जसोल थाना में दर्ज हुए इस मामले में जोधपुर रेंज महानिरीक्षक पुलिस के निर्देशानुसार त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रकरण का अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य को सौंपा गया। पुलिस टीम ने तेजी से काम करते हुए मुख्य आरोपियों को अहमदाबाद से दस्तयाब कर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
चंडीगढ़ से गुजरात तक फैले शराब तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा
आरोपियों से की गई गहन पूछताछ में अवैध शराब तस्करी के एक बड़े और संगठित नेटवर्क का खुलासा हुआ है। आरोपी अनिल विश्नोई, जालोर के शराब तस्कर मनोहर विश्नोई के संपर्क में रहकर चंडीगढ़ से शराब लाकर गुजरात के राजकोट और अहमदाबाद में सप्लाई करते थे। घेवरचन्द विश्नोई भी इस काम में एस्कॉर्टिंग के रूप में शामिल था। चंडीगढ़ से भालूराम विश्नोई निवासी सिरसा शराब लोड करवाता था, जबकि गुजरात में राजूभाई निवासी राजकोट और लालभाई निवासी अहमदाबाद आगे सप्लाई करते थे। रमेश विश्नोई, लक्ष्मण भारती और ओमप्रकाश विश्नोई जैसे अन्य सहयोगी भी इस नेटवर्क में शामिल हैं।
