उदयपुर, 23 अगस्त : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) बांसवाड़ा इकाई ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए डूंगरा रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रथम शांतिलाल चावला और वनपाल लाडजी गरासिया को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायतकर्ता ने ब्यूरो को सूचना दी थी कि उसकी फर्म द्वारा किए गए नर्सरी सुधार और अन्य मरम्मत कार्यों के बिल पास करने के लिए आरोपियों द्वारा 15 प्रतिशत कमीशन की मांग की जा रही थी। कुल 80 हजार रुपए की मांग के बाद शिकायतकर्ता को परेशान किया जा रहा था।
22 अगस्त को शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें वनपाल लाडजी गरासिया ने बिल पास कराने से पहले अग्रिम 20 हजार रुपए लेने पर सहमति जताई। यह राशि क्षेत्रीय वन अधिकारी शांतिलाल चावला के लिए मांगी गई थी।
इसके बाद एसीबी उदयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक प्रहलाद सिंह कृष्णिया के सुपरवीजन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीना के नेतृत्व में ट्रैप कार्रवाई की गई। टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपियों को रंगे हाथों रिश्वत लेते दबोच लिया।
गिरफ्तारी के बाद दोनों अधिकारियों के बांसवाड़ा के डूंगरा रेंज स्थित आवासों और शांतिलाल चावला के उदयपुर, हिरणमगरी सेक्टर-14 स्थित घर की भी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज और संभावित साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की विस्तृत जांच की जा रही है। प्राथमिक पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने पूर्व में भी इस तरह की मांगें की थीं।
एसीबी की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है और अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।