उदयपुर 26 जून! अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, आलोक संस्थान एवं बोहरा गणेश जी क्षेत्र के स्थानीय संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में इस्कोन मन्दिर से निकलने वाली भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा इस बार विशेष आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय संदेशों से समृद्ध होगी।
संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया की कार्यक्रम की भव्य शुरुआत प्रातः 11 बजे बोहरा गणेशजी तिराहे पर भगवान श्री जगन्नाथ एवं श्री बोहरा गणेशजी के दिव्य मिलन एवं महाआरती से होगी।
इस अवसर पर भगवान श्री जगन्नाथ को समर्पित पीले रंग की पताकाओं से सम्पूर्ण क्षेत्र को सजाया जाएगा तथा श्रद्धालुजन “हरि बोल” और “जय जगन्नाथ” के उद्घोषों से वातावरण को भक्तिमय बनाएँगे।
विशेष आयोजन – खिचड़ी महाभोग एवं पर्यावरण संदेश
महाआरती के पश्चात भगवान को खिचड़ी का महाभोग अर्पित किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे। इस बार कार्यक्रम की एक विशिष्ट विशेषता है – प्रत्येक भक्त को एक वृक्ष भेंट में दिया जाएगा। संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि भगवान जगन्नाथ स्वयं दारु वृक्ष (नीम की विशिष्ट लकड़ी) से ही नव कलेवर धारण करते हैं। अतः यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक प्रेरणादायक पहल होगा।
इस दिव्य आयोजन में उदयपुर के प्रमुख संत-महंत, साधु-संतों की गरिमामयी उपस्थिति भी रहेगी। वे भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा-अर्चना में सम्मिलित होंगे एवं पर्यावरण-संस्कृति संरक्षण पर अपने विचार भी प्रस्तुत करेंगे।
इस आयोजन की सफलता के लिए अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति एवं आलोक संस्थान के कार्यकर्ता पूर्ण निष्ठा और सेवा भाव से संलग्न रहेंगे।
संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने सभी श्रद्धालुजनों से इस दिव्य भव्य महाआरती एवं वृक्ष वितरण कार्यक्रम में सपरिवार पधारने की अपील की है, ताकि अध्यात्म, सेवा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता का यह पावन पर्व अधिक प्रभावशाली बन सके।
भगवान जगन्नाथ रथयात्रा: बोहरा गणेशजी तिराह पर होगी दिव्य भव्य महाआरती, पर्यावरण संरक्षण का मिलेगा संदेश
