उदयपुर, 5 मई। हुक्मगच्छाधिपति आचार्य श्री विजयराज जी म..सा. की आज्ञानुवर्तिनी महाश्रमणीरत्ना महासती श्री सूर्यकांता जी म.सा. का 63वाँ दीक्षा दिवस सामायिक आराधना के साथ मनाया गया।
श्री हुक्मगच्छीय साधुमार्गी स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान के अध्यक्ष इंदर सिंह मेहता ने बताया कि महाश्रमणीरत्ना श्री सूर्यकांता जी म.सा. के 63वें दीक्षा दिवस के अवसर पर केशवनगर स्थित नवकार भवन में श्रावक-श्राविकाओं ने तीन-तीन सामायिक की आराधना की एवं नवकार महामंत्र का जाप किया। इस अवसर पर महासती श्री वसुमति जी म.सा., महासती श्री विजयलक्ष्मी जी म.सा., महासती श्री कुमुदश्री जी म.सा., महासती श्री मुक्ताश्री जी म.सा., महासती श्री इच्छिताश्री जी म.सा., महासती श्री सिद्धिश्री जी म.सा. एवं महासती श्री पुष्पिता जी म.सा. ने गुणानुवाद किया। वहीं सुशीला पोरवाल, डॉ हंसा हिंगड़, डॉ. सुभाष कोठारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विजय सिंह शकुन्तला लोढ़ा की ओर से गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। युवासंघ के सदस्यों ने 300 स्वधर्मी श्रावक श्राविकाओं को जिमाने का दायित्व निभाया .वहीं महासती श्री सूर्यकांता जी म.सा. के सांसारिक परिवार एवं अशोक-सुनिता हिंगड़ की ओर से प्रभावना वितरित की गई। कार्यक्रम का संचालन मंत्री पुष्पेन्द्र बडाला ने किया। कार्यक्रम के अंत में महाश्रमणीरत्ना जी ने सभी को मांगलिक प्रदान की। वहीं कई श्रद्धालुओं ने अलग-अलग नियम भी ग्रहण किये।
महाश्रमणीरत्ना सूर्यकान्ता जी का 63वाँ दीक्षा दिवस सामायिक आराधना के साथ मनाया
