नकबजनी की बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाली रतन कंजर गैंग का खुलासा 

बाड़मेर में ‘‘ऑपरेशन खुलासा‘‘ के तहत कार्रवाई : 
     गैंग के चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता, आरोपियों पर है कई मामले दर्ज 
जयपुर 3 मई। बाड़मेर डीएसटी एवं थाना रामसर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, आसूचना व तकनिकी सहयोग के आधार पर नकबजनी की वारदात को अंजाम देने वाली रतन कंजर गैंग का खुलासा कर चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई। गिरफ्तार रतन लाल कंजर पुत्र नरसी (26), राजेन्द्र लाल कंजर पुत्र किशन लाल (31) व शैतान कंजर पुत्र पीवलाल (23) मेघनिवास थाना बैंगू जिला चितौड़गढ़ एवं कालू लाल कंजर पुत्र सुरेश (26) लाडपुरा थाना माण्डलगढ़ जिला भीलवाड़ा के रहने वाले है।
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि कस्बा रामसर में 25 मार्च को अज्ञात बदमाशों द्वारा प्रेम सिंह के घर से 40 तोला सोने के आभुषण तथा 03 अप्रैल की रात कस्बा हरसाणी थाना गिराब में महेन्द्र सिंह के घर से नकबजनी कर करीब 7-8 तोला सोने के आभुषण तथा 6 लाख रूपये नकद चोरी कर ले जाने पर पृथक-पृथक प्रकरण दर्ज अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
एसपी मीना ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए घटनाओ के खुलासा एवं आरोपियों की तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जस्साराम बोस के निर्देशन, सीओ रामसर मानाराम गर्ग के सुपरविजन एवं डीएसटी सुमेर सिंह इन्दा, एसएचओ रामसर अजीत सिंह, एसएचओ गिराब देवी सिंह की अलग अलग टीमों का गठन कर टास्क दिया गया।
गठित टीमो द्वारा घटनास्थल पर आने व जाने वाले सभी सम्भावित रास्तों का एक रूटमेप तैयार कर 200 किलोमीटर परिधि के सभी सीसीटीवी फूटेज खंगालना प्रारम्भ किया। इसके समानान्तर तकनीकी टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए गए। साक्ष्य संकलन के दौरान टीम द्वारा पूर्व में अनट्रेस वारदातों की घटनास्थल वीडियोग्राफी तथा तरीका-ए-वारदात का सुक्ष्मता से अध्ययन किया गया तो पाया गया कि जिला बाड़मेर में पिछले काफी समय से हो रही नकबजनी की अनट्रेस वारदातो का एक निश्चित पेटर्न है।
इस सम्बन्ध में सभी टीमों द्वारा अपना फोकस राजस्थान व मध्यप्रदेश में सक्रिय नकबजन गिरोहों पर किया गया। इसी क्रम में डीएसटी के हैड कांस्टेबल प्रेमाराम को अपने मुखबिर से सूचना मिली कि उक्त वारदातें चितौंडगढ़ व मध्यप्रदेश में निवास करने वाली कंजर गैंग द्वारा अंजाम दिया गया है।
इस गैंग के सदस्यों की दस्तयाबी के लिए एसएचओ अजीत सिंह के नेतृत्व मे टीम का गठन कर मुख्यालय बैंगु (चितौड़गढ़) किया गया। इसी दौरान हेड कांस्टेबल प्रेमाराम को मुखबिर से पता चला कि ग्राम मेघनिवास का रतन कंजर जो आदतन नकबजन है तथा जिसने हाल ही में एक छः चक्का ट्रक खरीदा है जिसका प्रयोग स्थानीय मालवाहक के रूप में ना करके अपनी गैंग के साथ मारवाड जाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देता है तथा वापस आने पर ट्रक को जंगल में छूपा देता है।
इस पर टीम द्वारा 15 दिनों तक सादा वस्त्रों में आप-पास के गांवों में घुम कर वहां की भौगोलिक जानकारी तथा रतन कंजर की गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में आसूचना संकलन करना प्रारम्भ किया तो गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई की इनके घर पहाड़ की तलहटी पर आये हुए है तथा नकबजनी की वारदात करने के पश्चात सभी घरों में नही रहकर पहाड़ों पर रहते हैं। पुलिस पार्टी द्वारा दबिश देने पर अरावली के घने जंगलों में भाग जाते है। जहां तेंदूआ, जरख जैसे हिंसक जानवर होने व घना जंगल होने की वजह से लम्बी दूरी तक पुलिस द्वारा पीछा करना सम्भव नहीं होता हैं।
कॉर्डन एण्ड सर्च ऑपरेशन :- 
भौगोलिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उक्त अपराधियों को दस्तयाब करने के लिए एसएचओ अजीत सिंह के नेतृत्व में पहाड़ से 3 किलोमीटर दूर कन्ट्रोल एण्ड कमाण्ड सेन्टर बनाया गया तथा चार रातों तक ड्रोन कैमरा तथा नाईटविजन बाइन कूलर की सहायता से पहाडी पर स्थित इनके ठिकानों को चिहिन्त किया जाकर रात्रि में कॉर्डन एण्ड सर्च ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया। उक्त अपराधियों द्वारा पहाडी के नीचे गांव की तरह एक संतरी मामूर किया जाता है जो पहाडी की तरफ किसी भी वाहन के मूवमेंट होने पर पहाडी पर सो रहे अपराधियों को तुरन्त सूचित जाता था। जिस पर अपराधी सचेत होकर तत्कालिक स्थितिनुरूप जंगलों में भाग जाते थे।
इस बात को ध्यान में रखते हुए टीम द्वारा रात 2 बजे कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर से पैदल रवाना होकर ड्रोन व नाईटविजन बाइनकूलर से निगरानी करते हुए पहाड़ी के पीछे की तरफ तीखी ढलान से चढ़ना प्रारम्भ किया। टीम द्वारा पहाडी की चोटी पर पहुंच कर सो रहे अपराधियों को घेरा गया परन्तु एक अपराधी द्वारा लघुशंका के लिए जग जाने से पुलिस टीम का पता चल गया। जिस पर पुलिस पार्टी द्वारा अपराधियों पर एक साथ धावा कर दिया। परन्तु शातिर अपराधी रतन कंजर बिना जूते पहने पहाडी से उतरने लगा जिससे उसके पैरों में मामूली चोटें आई, जिसको पुलिस टीम द्वारा सूझबुझ से चार अपराधियों को दस्तयाब किया गया।
इबके द्वारा कस्बा रामसर व हरसाणी में हुई नकबजनी की वारदात को करना स्वीकार किया गया है। जिनसे गहन व विस्तृत पूछताछ की जा रही है उक्त गैंग से जिले सहित अन्य जिलो मे हुई नकबजनी वारदातों का खुलासा होने की सम्भावना है। रतनलाल कन्जर के विरुद्ध कुल 17 प्रकरण, राजेन्द्र लाल कन्जर के विरुद्ध 14 प्रकरण एवं कालू लाल कन्जर के विरुद्ध 2 प्रकरण दर्ज है।
By Udaipurviews

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