जांच रिपेार्ट में माना लापरवाह लेकिन कार्रवाई नहीं
उदयपुर: यहां राजकीय महाराणा भूपाल अस्पताल के बाल चिकित्सालय में दो साल के बच्चे को एचआईवी पॉजीटिव ब्लड चढ़ाए जाने के मामले में बड़ी चूक सामने आई है। जिसमें खुलासा हुआ है कि डॉक्टर ने बिना जांच के ही संक्रमित ब्लड का बैग इश्यू कर दिया था। इसके लिए संविदा पर सेवारत डॉ. हर्ष बुनकर को जिम्मेदार ठहराया गया है। जांच रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है इस मामले में ब्लड बैंक का पूरा स्टाफ जिम्मेदार है।
एमबी अस्पताल की ओर से उक्त मामले में जांच के लिए गठित कम्पेटिविलिटी रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि संक्रमित ब्लड बैग नम्बर 19653 को चढ़ाने के लिए डॉ. बुनकर ने जारी कर दिया था। वहीं ब्लड बैंक की लैब टेक्नीशियन गायत्री ने भी इसकी जांच नहीं की। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी के खिलाफ किसी तरह कार्रवाई नहीं की गई है।
एमबी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि फिलहाल रिपोर्ट मिली है। मामले में कार्रवाई के लिए उच्च स्तर पर सलाह ली जा रही है। इधर, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. संजय प्रकाश ने इस मामले में अपना बचाव करते हुए कहा कि वह 7 दिन तक अवकाश पर थे और इसी बीच संक्रमित ब्लड का बैग जारी किया गया।
7 दिन पहले चढ़ाया संक्रमित ब्लड, अभी तक बच्चे की नहीं हुई जांच
2 साल के मासूम को डॉक्टर्स की लापरवाही से 30 सितंबर 2023 को संक्रमित ब्लड चढ़ाया गया था, लेकिन ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. संजय प्रकाश ने अभी तक न मासूम के परिजनों को सूचना दी और न ही बच्चे को वापस बुलवाकर उसकी जांच कराई। इधर, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह बच्चे के लिए खतरनाक है। उसके शरीर में संक्रमण फैल सकता है। ब्लड बैंक के रिकॉर्ड में रीएक्टिव यानी अनुपयोगी ब्लड नष्ट नहीं किया गया और उसे जारी कर दिया गया, बेहद बड़ी लापरवाही है।
यह है मामला
मध्य प्रदेश के जावद निवासी परिवार अपने 2 साल के बच्चे को डेंगू की शिकायत होने पर उदयपुर के एमबी सरकारी हॉस्पिटल दिखाने लाया था। बच्चे के शरीर में ब्लड की कमी होने पर उसे ब्लड चढ़ाया गया लेकिन ब्लड बैंक ने ब्लड बैग नम्बर 19653 इश्यू कर दिया जो संक्रमित ब्लड बैग था। मामला उजागर हुआ तो ब्लड बैंक के प्रभारी ने रिकॉर्ड में कांट-छांट कर दी। बड़ी बात ये है कि जो संक्रमित ब्लड डोनर था, उसे भी हॉस्पिटल प्रशासन ने अभी तक फोन करके नहीं बताया। जबकि ब्लड बैंक प्रभारी ने दो दिन पहले दिए बयान में कहा था कि वह डोनर को बुला रहे हैं।
दो साल के बच्चे को एचआईवी संक्रमित ब्लड चढ़ाने का मामले में बड़ी लापरवाही आई सामने
