अपडेट ….भीलवाड़ा गैंगरेप मामला फर्जी, पीड़िता अपनी मर्जी से गई थी युवकों के साथ

उदयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा में विवाहिता के कथित अपहरण तथा गैंगरेप का मामला फर्जी निकला है। पुलिस का कहना है कि महिला अपनी मर्जी से दो पुरुषों के साथ गई थी, किन्तु साथ में रात बिताने पर जोर देने के बाद विवाद पैदा हो गया। महिला अपने घर लौटना चाहती थी लेकिन पुरुषों ने उसे रुकने के लिए मजबूर किया। इसलिए, उसने अपने कपड़े उतारे, घर से बाहर निकल सड़क पर दौड़ लगा दी। इस बीच मिलते राहगीर से उसने मदद मांगी और बताया था कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है।
इससे पहले 25 वर्षीया विवाहिता महिला ने दावा किया था कि दो युवकों ने उसका अपहरण किया और उसे एक घर में बंधक बनाकर रखा। जहां उसके साथ गैंगरेप किया गया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई। महिला का कहना था कि उन लोगों ने उसके कपड़े छीन लिए और उसे निर्वस्त्र ही बचकर भागना पड़ा। पुलिस मामले की जांच कर रही थी और दोनों आरोपी युवकों को हिरासत में ले लिया।
मामले की जांच कर रहे उप अधीक्षक लाभूराम विश्नोई का कहना है कि महिला ने एक मनगढंत कहानी सुनाई थी। उसे भय था कि यदि उसके पति को पता चला कि वह अपनी मर्जी से युवकों के साथ गई तो वह उसे छोड़ देगा। इसी भय से उसने नई कहानी गढ़ ली और पुलिस को अपहरण और गैंगरेप की गढ़ी कहानी सुना दी।
पुलिस ने बताया कि कथित आरोपियों को हिरासत में लेकिर पूछताछ की गई। उनके मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्डिंग खंगाली तो खुलासा हुआ कि महिला ने शनिवार शाम को उनसे बात की थी और पैसे के लिए मिलने पर सहमत हुई थी। जिसके बाद वह अमली रोड पर छोटू सरगरा और गिरधारी लाल से मिली थी। उनके साथ सहमति से ही उसने शारीरिक संबंध बनाए। पुलिस ने बताया कि पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है उसने छह साल पहले भीलवाड़ा के 50 वर्षीय दिव्यांग से शादी की थी।
भाजपा ने आरोप लगाया, गैंगरेप का आरोपी कांग्रेस का कार्यकर्ता
भाजपा ने आरोप लगाया कि गैंगरेप का आरोपी छोटू सरगरा कांग्रेस का कार्यकर्ता है। कांग्रेस नेताओं के साथ उसके फोटो शेयर कर बताया कि राज्य सरकार इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। इसीलिए कांग्रेस सरकार इस मामले को फर्जी बनाने का दबाव डाल रही है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि महिला से गैंगरेप के इस गंभीर मामले में रविवार सुबह से पॉलिटिकल ड्रामा चल रहा है। सबसे पहले पुलिस हेड क्वार्टर जयपुर द्वारा प्रेसनोट जारी कर इस मामले में को फर्जी बता दिया गया। भीलवाड़ा भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने कहा छोटू सरगरा के कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर, मांडलगढ़ पूर्व विधायक विवेक धाकड़, सहाड़ा के भूतपूर्व विधायक कैलाश त्रिवेदी व अन्य कांग्रेस नेताओं से संबंध रहे हैं।सरकार इस मामले को दबाना चाहती है। इलिसए सुबह जयपुर पीएचक्यू ने ट्वीट कर इस मामले को पूरा फर्जी बता दिया। भीलवाड़ा पुलिस ने गैंगरेप का खुलासा किया। मेवाड़ा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार इस मामले में पीड़िता को न्याय नहीं दिलवाती है तो भाजपा आंदोलन करेगी। इधर, कांग्रेस की महिला जिलाध्यक्ष रेखा हिरण ने आरोपी छोटू सरगरा के कांग्रेस कार्यकर्ता होने से साफ इनकार कर दिया

By Udaipurviews

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