पुलिस ने आरोपी देवरों को किया गिरफ्तार
उदयपुर। डूंगरपुर जिले के रामसागड़ा थाना क्षेत्र में एक महिला तांत्रिक के कहने पर दो सगे भाइयों ने मिलकर अपनी भाभी के हाथ जला दिए। इस काम में एक भाई की पत्नी ने भी सहयोग दिया। पुलिस ने आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तांत्रिक महिला की तलाश जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने पीड़िता पर डायन का आरोप लगाकर वारदात को अंजाम दिया था। रामसागड़ा थानाधिकारी मणिलाल ने बताया कि पीड़िता ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक को घटना की जानकारी दी थी। जिस पर रामसागड़ा थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा गया था। महिला ने बताया कि उसके देवर रूपसी (38) पुत्र पूंजा डामोर, उसका छोटा भाई पप्पू (35) और दोनों देवरानी उस पर डायन का आरोप लगाते हुए 3 सितंबर को मनपुर गांव में एक महिला भोपे (तांत्रिक) के पास ले गए। भोपे ने महिला से डायन निकालने के नाम पर दीए की आग से उसके हाथ जला दिए। उस समय देवर और देवरानियों ने मिलकर पीड़िता को कसकर पकड़ा हुआ था, जिससे वह अपने—आप को नहीं बचा पाई। हालांकि उसकी चीख सुनकर बाहर बैठा हरीश नामक युवक दौड़कर अंदर आया और बीच बचाव किया। रामसागड़ा थाना पुलिस ने बुधवार को मामला दर्ज कर लिया है।
थानाधिकारी ने बताया की मामले में जांच करते हुए आरोपी देवर रूपसी डामोर मीणा और पूंजा डामोर मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले रूपसी के खेतो में बोरवेल खुदवाया। उस समय बोरवेल से पानी नही आया। इस पर देवर और उसके परिवार के लोग भाभी को डायन बताकर आरोप लगाने लगे थे।
डूंगरपुर में तांत्रिक महिला ने विवाहिता को बताया डायन, दो देवरों के सहयोग से दीए से जलाए हाथ
