जनप्रतिनिधियों की मांगों पर कलक्टर ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

समन्वय से कार्य कर आमजन को करें योजनाओं से लाभान्वित- जिला कलक्टर
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक

उदयपुर, 12 जुलाई। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक बुधवार को जिला परिषद सभागार में हुई। सांसद अर्जुनलाल मीणा की स्वास्थ्य कारणों से अनुपस्थिति के चलते बैठक की अध्यक्षता जिला प्रमुख ममता कुंवर ने की। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलोनी खेमका ने बिन्दूवार चर्चा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के प्रारंभ में गत बैठक कार्यवाही विवरण का अनुमोदन किया गया। इससे पूर्व विभागवार अनुपालना रिपोर्ट की जनप्रतिनिधियों ने समीक्षा करते हुए सवाल-जवाब किए। जिला कलक्टर  मीणा ने कहा कि सरकार की योजनाएं जनकल्याण और विकास के लिए होती हैं। इनका धरातल पर लाभ आमजन को मिलना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय रखते हुए काम करें ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति में बैठे पात्र व्यक्ति तक पहुंचना सुनिश्चित हो सके। जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर ने कहा कि व्यक्तिगत लाभ और विकास योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करते समय संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से भी रायशुमारी की जानी चाहिए।
बैठक में अजमेर डिस्कॉम की दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना, समेकित विद्युत विकास विकास, चिकित्सा विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, कृषि विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, कृषि मंडी की ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केटस, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, उद्योग विभाग के प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, रसद विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की गई।
इसी प्रकार महिला अधिकारिता विभाग की बेटी बचाओ-बेटी पढा़ओ, शिक्षा विभाग अंतर्गत सर्व शिक्षा अभियान, मिड-डे-मिल, आईसीडीएस की समेकित बाल विकास योजना, राजीविका के तहत प्रधानमंत्री कौशल विकास, स्मार्ट सिटी मिशन, अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एण्ड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन, सामाजिक न्याय के तहत राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, सुगमया भारत अभियान, खनन विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना, पीएचईडी की राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, पीडब्ल्यूडी के माध्यम से संचालित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल संसाधन के तहत त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम, प्रधानमंत्री ग्रामीण एवं शहरी आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम, दीनदयाल अन्त्योदय योजना, ग्रामीश कौशल्य योजना, एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम, श्यामाप्रसाद मुखर्जी रर्बन मिशन सहित केंद्र प्रवर्तित अन्य योजनाओं में आवंटित लक्ष्य और उपलब्धियों पर चर्चा की गई।
जनप्रतिनिधियों ने योजनावार ग्राउण्ड लेवल पर आ रही समस्याओं और आमजन की भावनाओं से सदन से अवगत कराया। जिला कलक्टर मीणा ने अधिकारियों को समस्याओं का निस्तारण करते हुए योजनाओं के प्रावधान अनुरूप जनहित में बेहतर से बेहतर कार्य के लिए निर्देशित किया।
यह भी हुई चर्चा
बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दे उठाए। इस पर जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। कलक्टर ने डीएमएफटी के तहत रमसा एवं समसा में स्वीकृत कामों को यथा शीघ्र प्रारंभ कराने, विकास कार्यों के शिलान्यास, भूमिपूजन अथवा उद्घाटन में स्थानीय विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किए जाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार आंगनवाड़ी केंद्रों, मिनी केंद्रों में पोषाहार आपूर्ति और वितरण की जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आवश्यक रूप से देने को कहा। जनप्रतिनिधियों ने कृषि विभाग के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत बीज वितरित किए जाने में कई क्षेत्रों में ओटीपी की समस्या का जिक्र किया। इस पर कलक्टर ने उच्च स्तर से मार्गदर्शन लेकर समाधान के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।
इसके अलावा ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिलने, उदयपुर संभाग की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए तारबंदी योजना में आधा बीघा भूमि पर तारबंदी का प्रावधान कराने की भी मांग रखी गई। वहीं नीलगाय एवं जंगली सुअरों से फसल को बचाने के लिए कोई ठोस उपाय पर भी बल दिया। शहर में घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था को और अधिक माकूल करने, सार्वजनिक स्थलों और खास कर पर्यटन महत्व के स्थलों पर कचरा पात्र की व्यवस्था कराने की भी मांग रखी। शहर में खाली भूखण्डों की सफाई कराने के लिए भूमि मालिकों को पाबंद कराने और गाजर घास उन्मूलन की भी आवश्यकता जताई। जिला कलक्टर मीणा ने इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत सार्वजनिक स्थलों की सफाई कराने, गाजर घास हटवाने, सरकारी भवनों का रंगरोगन आदि कार्य किए जाने के निर्देश दिए।
कृषि मंडी परिसर में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से गंदगी की समस्या पर भी जनप्रतिनिधियों ने ध्यान आकृष्ट किया। इस पर कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त को तत्काल सफाई कराने तथा युआईटी के माध्यम से बजट स्वीकृत कर आवश्यकतानुसार नाला निर्माण की भी बात कही। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जिले में कई लोगों के फिंगर नहीं आने की समस्या के चलते राशन सहित कई अन्य योजनाओं में लाभ से वंचित रहने की बात कही। इस पर जिला कलक्टर ने सर्वे कराकर ऐसे लोगों की सूची तैयार करने तथा उच्च स्तर से मार्गदर्शन लेकर वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।
ये रहे मौजूद
बैठक में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, वल्लभनगर विधायक प्रीति गजेंद्रसिंह शक्तावत, सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा, झाडोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, प्रधान दुर्गाप्रसाद मीणा, देवीलाल नगारची, समिति सदस्य डॉ उमाशंकर शर्मा, मणीबेन पटेल सहित सभी विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

By Udaipurviews

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