फिनिशिंग स्कूल के माध्यम से युवाओं को शिक्षा के साथ मिलेगे रोजगार के अवसर – प्रो. सारंगदेवोत

विद्यापीठ -एकेडमिक कौन्सिल की बैठक सम्पन्न
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार नवीन सत्र से पाठ्यक्र्रम संचालित करने की दी स्वीकृति

उदयपुर 28 जून / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौन्सिल की बैठक बुधवार को प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में आईक्यूएसी द्वारा दिये गये सुझावों, प्रस्तावों एवं नवीन पाठ्यक्रम संचालित करने पर विस्तार से चर्चा कर निर्णय लिए गए। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि आगामी सत्र से सभी संकायों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार कर उसे पूर्ण रूप से लागू किया जायेगा। शहरी एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे युवाओं को शिक्षा की मुख्य धारा एवं रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से फीनिशिंग स्कूल को आगामी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की, जिसके माध्यम से जिन युवाअेां ने किसी कारणवश अपनी शिक्षा बीच में ही अधूरी छोड़ दी हो उन्हे भारत सरकार के सेक्टर कौन्सिल के तहत शिक्षा एवं रोजगार की मुख्य धारा से जोडा जायेगा। प्रो.़ सारंगदेवोत ने बताया कि आगामी सत्र से प्रत्येक संकाय महाविद्यालय का यूजीसी द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार मूल्यांकन कर उनकी कमियों को दूर किया जायेगा। विश्वविद्यालय में उद्योग जगत के विशेषज्ञों की प्रोफेसर ऑफ प्रेक्टिस के तौर पर यूजीसी के नियमानुसार जोड़ने की स्वीकृति दी गई। ईसरों द्वारा संचालित स्पेस साईंस एण्ड टेक्नोलॉजी अवेरनेस प्रोग्राम को शुरू करने की घोषणा की गई।
यूजीसी के निर्देशानुसार विद्यापीठ में भारतीय ज्ञान प्रणाली प्रकोष्ठ की स्थापना की जायेगी जिसके माध्यम से भारतीय संस्कृति, तकनीकी नवाचान,  औद्योगिकी प्रशासन और सामाजिक ज्ञान में अनुसंधान किया जायेगा।
बैठक में लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय से नवीन सत्र से बीपीएड, आईटीईपी, एमए, एमएससी, योग शिक्षा पाठ्यक्रम, फिजियोथेरेपी विभाग में तीन वेल्युएडेड पाठ्यक्रम एवं इलेक्ट्रोथेरेपी शुरू करने की स्वीकृति दी गई।
महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं से सम्बंधित शोर्ट टर्म कोर्स सिखाये जायेंगे जिससे महिलाएं अपने क्षेत्रों में ही स्वयं का रोजगार प्रारंभ कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेगी जिससे शहरो की ओर पलायन भी कम होगा।

बैठक में प्रो. तनुजा सिंह, प्रो. एसपी सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, पीजीडीन प्रो. जीएम मेहता , प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. मलय पानेरी,  प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, डॉ. पारस जैन, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, डॉ. शैलेन्द्र मेहता, डॉ. एसबी नागर, प्रो. मंजु मांडोत,  डॉ. भवानी पाल सिंह राठौड़, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. अवनीश नागर, डॉ. कला मुणेत डॉ. नीरू राठौड़,  डॉ. लाला राम जाट, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. अमी राठौड़, डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. मानसिंह चुण्डावत, डॉ. मधु मुर्डिया, प्रो. एसएस चौधरी, डॉ. सपना श्रीमाली, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. अलख नंदा शर्मा, डॉ. हेमंत साहू, डॉ. चन्द्रेश छतलानी सहित विद्यापीठ के डीन, डायरेक्टर, विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। एनआईटी अगरतला से प्रो. मुनेष त्रिवेदी ऑन लाईन जुडे़।

By Udaipurviews

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