पूर्व मंत्री की प्रतिमा लगाने के विरोध में भाजपा

प्रदर्शन कर रखी शहीद रतनलाल, अर्चित वर्डिया की प्रतिमा लगाए जाने की मांग
उदयपुर, 11 जून। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की 12 जून को प्रस्तावित उदयपुर यात्रा के दौरान हिरणमगरी स्थित स्वर्गी खेमराज कटारा सेटेलाइट अस्पताल में पूर्व मंत्री स्व.खेमराज कटारा की प्रतिमा अनावरण को भाजपा विरोध में उतर आई है। भाजपा ने रविवार को अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया। भाजपाइयों की मांग है कि राज्य सरकार शहीदों की प्रतिमा अनावरण की मंजूरी नहीं दे रही। जबकि अपनी पार्टी के दिवंगत नेता की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री करने जा रहे हैं, इसलिए वह विरोध जता रहे हैं।
भाजपा सेटेलाइट हॉस्पिटल में पूर्व मंत्री एवं गिर्वा पंचायत समिति की प्रधान सज्जन कटारा के पति स्व. खेमराज कटारा की मूर्ति लगाने को लेकर विरोध कर रही थी। इस मूर्ति का अनावरण सोमवार को ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों होना है। सीएम के आने से प्रशासन व चिकित्सा विभाग इस आयोजन को लेकर पूरी तैयारियों में जुटा है। भाजपा के प्रदर्शन से पुलिस-प्रशासन के लिए टेंशन हो गई। रविवार को उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, भाजपा जिला अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, जिला मंत्री करण सिंह शक्तावत, दीपक बोल्या,अमृत मेनारिया मण्डल अध्यक्ष देवीलाल सालवी,जितेंद्र मारू,हिम्मत सिंह देवड़ा,मण्डल महामंत्री घनश्याम मेनारिया, चंद्रप्रकाश सुथार, जयंत ओझा,सुनील जैन, सुनील वसीटा,राजेन्द्र परिहार,कनवर निमावत डॉ. जिनेन्द्र शास्त्री के साथ पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता हिरणमगरी स्थित स्वर्गीय खेमराज कटारा सेटेलाइट अस्पताल प्रदर्शन करने पहुंचे। पहले से सूचना के आधार पर वहां भारी पुलिस बल मौजूद था। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को पीछे धकेलने की कोशिश कर अस्पताल परिसर में घुसने की कोशिश की जो पुलिस ने नाकाम कर दी। जिस पर प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन एवं पुलिस के साथ जमकर नारेबाजी की। इसके अलावा राणा प्रताप की जय और जय श्रीराम के उद्घोष करते रहे।
पहले नारेबाजी कर चेताया
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पहले नारेबाजी की। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि इस मूर्ति के लिए जल्द फैसले ले लिए गए जबकि शहीद हुए प्रमुख लोगों की मूर्ति लगाने पर प्रशासन सालों तक निर्णय नहीं कर पाया। भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं ने अस्पताल के बाहर नारेबाजी की और बाद में वहीं सभी को संबोधित कर आक्रोश जताया। हॉस्पिटल कैम्पस जहां मूर्ति अनावरण की तैयारियां चल रही थी उसके बाहर पुलिस ने पूरा जाब्ता लगाया और बाहर बेरिकेट्स लगा दिए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स के पास आकर नारेबाजी की। इस दौरान कुछ ने बेरिकेट्स वहां से हटा दिए और पुलिस से उलझ गए। वरिष्ठ नेताओं व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाला।
मूर्ति के आसपास भी सुरक्षाकर्मी लगाए
एक बार तो बाहर बिगड़े माहौल से पुलिस भी अलर्ट हो गई। अंदर जहां मूर्ति लगाई जा रही वहां बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए। वहां तक आने-जाने वाले रास्तों पर भी पुलिस के जवान लगाए।
भाजपा ने कहा शहीद रतनलाल की मूति लगाए
भाजपा ने मांग करते हुए कहा कि शहीद हुए रतनलाल मीणा की प्रतिमा लगाने को लेकर बरसों से मांग की जा रही है उस पर प्रशासन निर्णय नहीं कर पाया और यहां कटारा की मूर्ति के लिए इतनी तेजी दिखाई गई। भाजपा ने शहीद रतनलाल मीणा, अर्चित नागौरी, प्रकाश खटीक, शहीद मुस्तफा सहित तमाम अन्य शहीदों व गिर्वा पंचायत समिति पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाने की मांग की।
कलक्टर के साथ बैठक में ये रास्ता निकला
भाजपा नेताओं की सेटेलाइट अस्पताल के अंदर ही बैठक हुई जिसमें कलक्टर ताराचंद मीणा, एसपी भुवन भुषण यादव व एडीएम सिटी प्रभा गौतम के साथ बैठक हुई। कलक्टर ने पूरी बात सुनी। बाद में भाजपा नेता अड गए कि अभी लिखित में दे कि शहीद रतनलाल व अन्य की मूर्तियां जल्दी लगाई जाएगी। इस बीच जिला कलक्टर ने संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट से मोबाइल पर बातचीत की। भाजपा नेताओं से भी बात कराई। बाद में तय हुआ कि नई मूर्तियों को लगाने को लेकर सात दिन में बैठक कर प्रक्रियाएं पूरी कर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
देर रात भाजपा ने पार्टी कर विरोध का विषय बदला
शनिवार रात साढ़े ग्यारह बजे भाजपा जिला कार्यकारिणी ने विरोध का विषय में बदलाव किया था। पूर्व में भाजपा का विरोध पूर्व मंत्री दिवंगत कटारा की प्रतिमा के लगाए जाने को लेकर ही था और भाजपा का कहना था कि कटारा के परिवार का अस्पताल के विकास में कोई योगदान नहीं है, ऐसे में वहां कटारा की प्रतिमा लगाया जाना अनुचित है। लेकिन भाजपा के ही नेता पूर्व पार्षद विजय प्रकाश विप्लवी के एक पत्र के बाद भाजपा को पुनर्विचार करना पड़ा। जिसमें विप्लवी का तर्क था कि भाजपा दिवंगत नेता की प्रतिमा लगाए जाने का विरोध करने की बजाय मेवाड़ और उदयपुर के अन्य शहीदों की प्रतिमा लगाए जाने की अनुमति प्रदान करे। जिस पर चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि भाजपा शहीदों की प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति जारी करे। साथ ही मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान विरोध करने की बजाय रविवार को ही विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। जिसके चलते सोमवार की बजाय रविवार को ही विरोध प्रदर्शन किया।

By Udaipurviews

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