-वाल्मीकि समाज की बहनों द्वारा कलश पूजन से दिया सामाजिक समरसता का संदेश
-महाराणा भूपाल स्टेडियम में धर्मसभा की तैयारियां जोरों पर
उदयपुर, 21 मार्च। भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति और नगर निगम के तत्वावधान में भारतीय नववर्ष के स्वागत में 23 मार्च को उदयपुर में होने वाली विशाल शोभायात्रा, कलश यात्राओं के संगम तथा धर्मसभा की तैयारियां जोरों पर हैं। इनक कार्यक्रमों में अधिक से अधिक नागरिकों की भागीदारी के लिए मंगलवार को समिति की ओर से मुख्य शोभायात्रा मार्ग पर निमंत्रण पत्रक वितरण किए गए और सभी से हाथ जोड़कर भारतीय नववर्ष कार्यक्रम में शामिल होकर इसे भव्य रूप देने का आग्रह किया गया।
समिति के संयोजक कपिल चित्तौड़ा ने बताया कि दोपहर साढ़े तीन बजे नगर निगम प्रांगण से संतों के सान्निध्य में नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी सहित समिति के पदाधिकारी व युवा ढोल बजाते भगवा पताकाएं लहराते हुए रवाना हुए। भारत माता के जयकारों के साथ निमंत्रण यात्रा सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल, चेतक सर्कल होते हुए महाराणा भूपाल स्टेडियम पहुंची। मार्ग में सभी व्यापारियों, राहगीरों को निमंत्रण पत्रक बांटते हुए कार्यक्रम में सम्मिलित होने का न्यौता दिया गया। इस अवसर पर मेलड़ी माता मंदिर के महंत विरमदेव, हरिदासजी की मगरी स्थित मंदिर के महंत इंद्रदेव दास, सर्वेश्वर धाम तीतरड़ी के महंत राधिका शरण, हरिहर आश्रम गुलाबबाग के महंत सुंदरदास आदि का सान्निध्य प्राप्त हुआ।
इससे पूर्व, मुख्य शोभायात्रा के साथ ही शहर में जगदीश मंदिर, भूपालपुरा और फतह स्कूल से निकलने वाली कलश यात्राओं के लिए कलश पूजन का कार्यक्रम भी हुआ। कलश यात्रा सह संयोजक अलका मूंदड़ा, दिनेश भट्ट ने बताया कि जगदीश मंदिर में सुबह 9 बजे कलश पूजन किया गया तो भूपालपुरा मैदान में 11 बजे पूजन किया गया। फतह स्कूल में सफाईकर्मी वाल्मीकि समाज की बहनें कलश पूजन में अग्रणी रहीं।
उल्लेखनीय है कि 23 मार्च को दोपहर एक बजे नगर निगम प्रांगण से विशाल शोभायात्रा शुरू होगी। इसी के साथ जगदीश मंदिर, भूपालपुरा मैदान और फतह स्कूल से कलश यात्राएं शुरू होंगी। मुख्य शोभायात्रा के देहलीगेट से आगे बढ़ने के बाद तीनों कलश यात्राओं का देहलीगेट पर संगम होगा। सभी यात्राएं महाराणा भूपाल स्टेडियम पहुंचेंगी जहां धर्मसभा होगी। धर्मसभा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश पं. धीरेन्द्र शास्त्री व प्रख्यात कथा मर्मज्ञ पं. देवकीनंदन ठाकुर का आशीर्वचन प्राप्त होगा।
कार्यक्रम को लेकर उदयपुर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी तैयारियां जोरों पर हैं। बड़ी संख्या में गांवों से भी लोग धर्मसभा में पहुंचेंगे। शहर से गांव तक भारतीय नववर्ष के स्वागत में भगवा फर्रियां और पताकाएं लहराती नजर आ रही हैं। शहरी क्षेत्र में भी लगातार भगवा पताकाओं की मांग बढ़ रही है। कई युवा गाड़ियों पर भी पताकाएं लगा रहे हैं।
धर्मसभा की व्यवस्थाओं में यह हैं महत्वपूर्ण बिन्दु
-धर्मसभा में एक मंच पर झांकियों के साथ सांस्कृतिक भक्तिमय प्रस्तुतियां भी होंगी।
-मंच के समीप विशेष आमंत्रित नागरिकों के बैठने की व्यवस्था रहेगी।
-मुख्य मंच के सामने रंगोली बनाई जाएगी।
-मुख्य मंच के एक ओर प्रताप गौरव केन्द्र की झांकी भी सजाई जाएगी।
-मैदान में चार बड़ी एलईडी भी लगाई जाएगी।
-पेयजल की व्यवस्था स्टेडियम के बाहर की तरफ रखी जाएगी ताकि मैदान गीला न हो।
-स्टेडियम के तीनों दरवाजों से प्रवेश व निकासी रहेगी।
-निकासी के समय भोजन महाप्रसाद पैकेट का वितरण तीनों दरवाजों पर किया जाएगा।
शोभायात्रा की व्यवस्थाओं के मुख्य बिन्दु
-शोभायात्रा व कलश यात्राओं के लिए एक बजे तक नागरिक आरंभ स्थल पर पहुंचेंगे।
-समय के अनुसार यात्राएं शुरू कर दी जाएंगी।
-शोभायात्रा व कलश यात्राओं के शुरू होने का समय लगभग समान रखा गया हैं
-जैसे ही मुख्य शोभायात्रा शुरू होगी, कलश यात्राओं के प्रमुखों को संदेश भेजा जाएगा ताकि वे कलश यात्राएं शुरू कर सकें।
-डांडिया यात्रा अब फतह स्कूल से शुरू होने वाली कलश यात्रा के साथ रहेगी।
-शोभायात्रा व कलश यात्राओं में डीजे साथ नहीं चलेंगे।
-डीजे के लिए मार्गों में अलग-अलग स्थान निर्धारित रहेंगे।
-डीजे पर चलने वाले गीत भी निर्धारित होंगे।
-शोभायात्रा व कलश यात्राओं के आरंभ स्थल पर पेयजल की व्यवस्था रहेगी।
-मार्ग में भी पेयजल की व्यवस्था रहेगी।
-मुख्य शोभायात्रा में संत-महंत बग्घियों में बिराजमान रहेंगे।
-सनातन ग्रंथों की झांकी सबसे आगे रहेगी।
-11 अश्वों पर आदिशक्ति का प्रतीक कन्याएं सवार होंगी।
पार्किंग व्यवस्था
-रेजिडेंसी रोड, एमजी कॉलेज, स्वरूपसागर पाल पर बाहर से आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था रखी गई है।
-शोभायात्रा व कलश यात्राओं में शामिल होने वाले नागरिकों के वाहन आरंभ स्थलों के आसपास रखे जाने हैं।
-शामिल होने वाले सभी शहरवासियों से आग्रह किया गया है कि वे यथासंभव बिना वाहन के ही आरंभ स्थल पहुंचें।