पारिवारिक न्यायालय के बाद घरेलु हिंसा के मामले में एसीजेएम क्रम—2 की अदालत में भी हुए पेश, जबाव प्रस्तुत करने के लिए मांगा समय, अब 18 मार्च को होना होगा पेश
उदयपुर। पत्नी सुदर्शना सिंह की ओर उदयपुर की दो अदालतों में चल रहे घरेलु हिंसा और भरण—पोषण के मामलों में हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को उदयपुर की अदालत में पेश हुए। पारिवारिक न्यायालय में पेश होकर उन्होंने न्याय मित्र उपलब्ध कराने की मांग के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया, वहीं दोनों अदालतों में जबाव पेश करने के लिए समय मांगा। जिसे मंजूर कर लिया गया और अब उन्हें 18 मार्च को पेश होकर जबाव प्रस्तुत करना होगा। घरेलु हिंसा का मामला यहां अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम 2 की अदालत में चल रहा है।
सुदर्शना सिंह के वकील भंवर सिंह देवड़ा ने बताया कि पारिवारिक न्यायालय में सुदर्शना सिंह तथा विक्रमादित्य सिंह दोनों ही पक्ष पेश हए। दोनों ही पक्षों के बीच समझौता के लिए दस अवसर दिए जाएंगे और उसके बाद भी उनके बीच समझौता नहीं होता तो अदालत फैसला लेगा। इधर, विक्रमादित्य सिंह शनिवार को जबाव पेश नहीं कर पाए और उन्होंने इसके लिए समय की मांग के साथ न्याय मित्र की सेवाएं लेने की अनुमति देने के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया।
अदालत में आमना—सामना हुआ, लेकिन बातचीत नहीं
पारिवारिक न्यायालय में विक्रमादित्य सिंह और उनकी पत्नी सुदर्शना सिंह के बीच आमना—सामना तो हुए लेकिन दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। सुदर्शना सिंह पहले ही भरण—पोषण को लेकर विक्रमादित्य सिंह से पांच लाख रुपए महीने की मांग कर चुकी हैं, जबकि एक सुरक्षित आवास के अलावा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के लिए अदालत में परिवाद पेश कर चुकी हैं।
मां प्रतिभा, बहन अपराजिता और बहनोई अंगद को 18 मार्च को होना होगा पेश
घरेलु हिंसा के मामले में विक्रमादित्य सिंह की उदयपुर की एसीजेएम क्रम 2 की अदालत में पेश हुए, जबकि उनकी मां हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, बहन अपराजिता तथा बहनोई अंगद सिंह को घरेलु हिंसा के मामले में इस अदालत में पेश होना था लेकिन वह नहीं आए। उनकी ओर से वकील दुर्गा सिंह शक्तावत ने वकालातनामा पेश कर अगली तारीख मांगी। जिस पर अब उन्हें 18 मार्च को पेश होना होगा।
आमेट की राजकुमारी सुदर्शना से हुई थी विक्रमादित्य सिंह की शादी
33 वर्षीय विक्रमादित्य सिंह हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और बुशहर शिमला राजघराने के सदस्य हैं। गत वर्ष 2021 में उनके पिता की मृत्यु के बाद विक्रमादित्य को बुशहर—शिमला का राजा बनाया गया था। उनकी शादी मेवाड़ के आमेट रियासत की राजकुमारी सुदर्शना सिंह चुण्डावत से 8 मार्च 2019 को जयपुर के कानोतागढ़ पैलेस में हुई थी। सुदर्शना सिंह का परिवार उदयपुर स्थित आमेट की हवेली में रहता है। सुदर्शना सिंह का आरोप है कि उसके पति विक्रमादित्य सिंह के चंड़ीगढ़ की अमरीन नामक युवती से संबंध हैं और वह उससे शादी करना चाहते हैं। ससुर वीरभद्र सिंह की मौत के बाद के बाद उसे प्रताड़ित किया जाने लगा तब वह उदयपुर लौट आई थी और यहां अपने पिता के घर रहने लगी।
