चित्तौड़गढ़, 13 मई : गंगरार थाना पुलिस ने किडनैपिंग और फिरौती मांगने वाले गैंग का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने बोरदा गांव के एक क्लिनिक संचालक राकेश मंडल का अपहरण कर उनकी पत्नी से 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पीड़ित को सुरक्षित बरामद कर लिया है।
एसपी सुधीर जोशी ने दी जानकारी:
चित्तौड़गढ़ के एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि 22 अप्रैल को चंदेरिया निवासी मीता मंडल ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उनके पति राकेश मंडल 21 अप्रैल की रात से लापता हैं। अगले दिन रात 1 बजे राकेश के मोबाइल से मीता को एक वॉइस कॉल आई। कॉल करने वाले ने दावा किया कि राकेश ने एक मरीज को गलत इंजेक्शन दिया है, जिससे उसकी मौत हो गई, और इसके बदले 5 लाख रुपए की मांग की।
तुरंत कार्रवाई, पीड़ित सुरक्षित बरामद:
शिकायत मिलने के बाद गंगरार थाना पुलिस ने एसआई डी. पी. दाधीच के नेतृत्व में एक टीम बनाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राकेश मंडल को कुछ घंटों में सुरक्षित बरामद कर लिया। मेडिकल जांच में पता चला कि राकेश के साथ मारपीट की गई थी और उनके पैर में गंभीर चोटें थीं।
पांच आरोपी गिरफ्तार:
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मुकेश गुर्जर (23), रोहित ओढ़ (20), भावेश बारेठ (20), अर्जुन गिरी भारती (25), और भैरूसिंह राजपूत (22) को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी मुकेश गुर्जर अक्सर राकेश के क्लिनिक आता था और उनकी आर्थिक स्थिति से वाकिफ था। राकेश के नए मकान को देखकर मुकेश ने समझा कि उनके पास पैसे हैं और उसने दोस्तों के साथ अपहरण की योजना बनाई।
अपराध की साजिश और घटना:
आरोपियों ने रात में सुनसान जगह पर स्कॉर्पियो कार से राकेश का अपहरण किया। उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर मारपीट की गई और पत्नी से फिरौती मांगी गई। जब पैसे नहीं मिले, तो उनकी बाइक और मोबाइल छीनकर उन्हें सुनसान जगह पर छोड़ दिया गया।
पुलिस की भूमिका सराहनीय:
इस कार्रवाई में एएसआई शैतानसिंह, कांस्टेबल रोहिताश्व, कुंजीलाल, राजेश, नंदलाल और साइबर सेल से हेड कांस्टेबल राजकुमार व कांस्टेबल राजेश ने अहम भूमिका निभाई।
पुलिस की तेजी और कुशलता के कारण न केवल पीड़ित को सुरक्षित बचाया जा सका, बल्कि आरोपियों को भी तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।