पं दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा
वरड़ा में 28 वर्ष बाद किशन सिंह को मिला भूमि का मालिकाना हक
शिविरों में मनाया बेटियों का जन्मोत्सव, गर्भवती माताओं की गोद भराई
उदयपुर, 1 जुलाई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के लिए राहत की सौगात लेकर आया है। अभियान के तहत ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित हो रहे शिविरों में आमजन की समस्याओं का हाथों हाथ निस्तारण होने से बड़ी राहत मिल रही है। इससे आमजन का सरकार और प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। इसी के परिणामस्वरूप दिन-प्रतिदिन शिविरों में लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
अभियान के तहत मंगलवार को गिर्वा में पीपलवास, नयाखेडा व चौकडिया, कुराबड़ में वल्लभ, दातीसर, बड़गांव में सरे व वरडा, मावली में मोरठ व खरताणा, घासा में रख्यावल व सांगवा, वल्लभनगर में खरसाण व बाठरडाखूर्द, भीण्डर में अमरापुरा खालसा व नांगलिया, गोगुन्दा में मोडी व सेमटाल, सायरा में पलासमा व घणावल, झाडोल में गेजवी, राणपुर व कितावतो का वास, फलासिया में नेवच व बिरोठी, खेरवाड़ा में कारछाकला व वागपुर, नयागांव में खैडाघाटी व चितोडा तथा कोटड़ा में जुनापादर, दाडमिया, जुडा, कउचा व डिंगावरी कला में शिविर आयोजित हुए। इन शिविरों में राजस्व, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा, पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, वन सहित सभी विभागों से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इसके अलावा शिविर स्थलों पर पूरे उत्साह के साथ बेटियों का जन्मोत्सव भी मनाया जा रहा है। वहीं गर्भवती माताओं की गोद भराई की रस्म निभाते हुए उन्हें पोषण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। शिविरों में उत्सवी माहौल बना हुआ है।
मिला भूमि का मालिकाना हक : बड़गांव पंचायत समिति की ग्राम पंचायत वरड़ा में आयोजित शिविर में एक लंबे समय से लंबित भूमि विवाद का समाधान कर पीड़ित काश्तकार को राहत दी गई। राजस्व ग्राम वरड़ा के निवासी किशन सिंह पुत्र नाहर सिंह राजपूत ने वर्ष 1997 में एक कृषि भूमि क्रय की थी, लेकिन प्रशासनिक त्रुटि के चलते उक्त भूमि किसी अन्य किशन सिंह के वारिसों के नाम दर्ज हो गई थी। यह मामला करीब 28 वर्षों से लंबित चला आ रहा था। शिविर में उपखंड अधिकारी निरमा विश्नोई के निर्देशन में राजस्व विभाग की टीम तहसीलदार हितेश त्रिवेदी, भू-अभिलेख निरीक्षक गणतप शर्मा, तथा पटवारी काव्या टांक द्वारा काश्तकार को मार्गदर्शन प्रदान किया गया एवं वर्तमान खातेदारों से सहमति प्राप्त कर मामले का शांतिपूर्ण समाधान निकाला गया। सहमति पत्र मिलते ही संबंधित भूमि को पुनः मूल खातेदार श्री किशन सिंह के नाम दर्ज करते हुए मौके पर ही जमाबंदी की नकल उन्हें सौंपी गई। इस त्वरित कार्रवाई से पीड़ित काश्तकार को वर्षों पुरानी समस्या से राहत मिली और विभागीय कार्यप्रणाली की भी सराहना हुई। शिविर में राजस्व टीम की तत्परता और संवेदनशीलता ने वर्षों पुराने विवाद को समाप्त कर शासन-प्रशासन की जनकल्याणकारी सोच को मजबूत किया।
सांसद-विधायक पहुंचे शिविर में : अभियान के तहत आयोजित हो रहे शिविरों में जनप्रतिनिधियों की ओर से भी लगातार सहभागिता की जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को लोकसभा सांसद डॉ मन्नालाल रावत और उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने गिर्वा क्षेत्र के नयाखेड़ा में आयोजित शिविर में शिरकत की। इस दौरान सांसद डॉ रावत ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आमजन की समस्याओं के निस्तारण के प्रति सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में शिविरों में पहुंच कर योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
बुधवार को यहां होंगे शिविर : बुधवार को गिर्वा ब्लॉक के कालीवास व डाकनकोटडा, कुराबड़ के लालपुरा व गुडली, बड़गांव के भूताला व कविता, मावली में आमली, खेमपुर व डबोक, घासा में नांदवेल, वल्लभनगर में मेनार व रूण्डेडा, भीण्डर में कुण्डई व सिहाड, गोगुन्दा में ओबराकला, दादिया व मजावडी, सायरा में भानपुरा व दियाण, झाड़ोल में गोरण, बाघपुरा व माणस, फलासिया में आजरोली खास व गुराड, खेरवाड़ा में लराठी व सुवेरी, नयागांव में थाणा व भोमटावाडा, ऋषभदेव में गडावण, सागवाडा व घोडी तथा कोटड़ा ब्लॉक में जोगीवड, बिलवन, लाम्बाहल्दू व पाथरपाडी में शिविर आयोजित होंगे।