जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
उदयपुर, 26 जून। जिला परिषद सभागार में गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशन में एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. अशोक आदित्य की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में डिप्टी सीएमएचओ, एडिशनल सीएमएचओ, आरसीएचओ, डीटीओ, शहर प्रभारी, डीपीएम, यूपीएम, डीएनओ, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि, बीसीएमओ, बीपीएम तथा जिले के सीएचसी प्रभारी उपस्थित रहे।
अंत्योदय संबल शिविरों पर फोकस, सर्वे और स्क्रीनिंग की तैयारी : सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य ने अंत्योदय संबल शिविरों में राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के लक्ष्यों को हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां शिविर आयोजित हो रहे हैं, वहां संबंधित संस्थान की एएनएम और आशा सहयोगिनी को अपने लक्ष्य तय समय में पूरे करने होंगे। गर्भवती महिलाओं के पहले त्रैमास में पंजीकरण को अनिवार्य बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक माह सर्वे किया जाए। वहीं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए माइक्रो प्लान बनाकर त्वरित गतिविधियाँ आरंभ करने पर बल दिया।
टीबी अभियान की निगरानी, खराब प्रदर्शन पर चेतावनी : डॉ. आदित्य ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री स्तर पर हो रही है। जिले में सात लाख संवेदनशील आबादी की स्क्रीनिंग की जानी है। नए केस मिलते ही उपचार शुरू करने के निर्देश दिए गए। गिर्वा, मावली और भींडर ब्लॉक को अपने डाटा में सुधार करने को कहा गया। खेरवाड़ा व गिर्वा के एटीएस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए अगली बैठक में सेवा समाप्ति का प्रस्ताव रखने की चेतावनी दी गई। आदर्श ग्राम पंचायत योजना के तहत 43 पंचायतों में 10 बिंदुओं पर विशेष कार्य करने के निर्देश जारी किए गए। विश्व जनसंख्या दिवस और दस्त पखवाड़े के अवसर पर सभी बीसीएमओ को प्रचार-प्रसार व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया। परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत नसबंदी के मामलों में बढ़ोतरी लाने के निर्देश दिए गए। वही झाड़ोल, कोटड़ा और नयागांव में कम केस होने पर नाराजगी व्यक्त की गई। आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं को लक्ष्य आधारित कार्य योजना सौंपी गई।
आयुष्मान, पीपीआईयूसीडी और अंतरा इंजेक्शन में प्रगति की समीक्षा : अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. रागिनी अग्रवाल ने आयुष्मान भारत कार्ड की ई-केवाईसी प्रगति को संतोषजनक बताया। कोटड़ा, गिर्वा व गोगुंदा में लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। पीपीआईयूसीडी के तहत पन्नाधाय महिला चिकित्सालय व भींडर को सुधार की आवश्यकता जताई गई। अंतरा इंजेक्शन योजना में उदयपुर राज्य में तीसरे स्थान पर है, जिसे और बेहतर करने पर बल दिया गया। आरसीएचओ डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि समय पर एएनसी पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए। मोड़ी, खेरोदा, मेनार आदि क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। जेएसवाई व लाडो योजना के अंतर्गत भुगतान में आ रही देरी को दूर करने की जरूरत बताई गई साथ ही टीकाकरण से वंचित बच्चों के लिए सत्र आयोजित कर उन्हें कवर करने के निर्देश दिए गए।
मातृ वाउचर योजना, सोनोग्राफी और प्रमाणपत्र जारी करने के निर्देश : बैठक में मां वाउचर योजना में समय पर सोनोग्राफी करवाने और आवश्यकता अनुसार वाउचर जारी करने के निर्देश दिए गए। इसके लिए 104 एंबुलेंस सेवा के उपयोग को अनुमति दी गई। साथ ही जन्म प्रमाणपत्र अब पीसीटीएस आईडी से जारी करने के निर्देश दिए गए ताकि डेटा समन्वय में सुधार हो। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि मलेरिया, डेंगू जैसे रोगों से बचाव हेतु जिले में सोर्स रिडक्शन और एंटी लार्वा गतिविधियां प्रारंभ कर दी गई हैं। सभी संस्थानों को फॉगिंग मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जनजागृति के लिए आईईसी माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने पर विशेष बल दिया गया।
एनसीडी रैंकिंग में सुधार और पोर्टल अपडेशन अनिवार्य : एनसीडी नोडल डॉ. प्रणव भावसार ने बताया कि राज्य स्तरीय रैंकिंग में उदयपुर पीछे है, जिसका प्रमुख कारण पोर्टल पर समय पर एंट्री न होना है। वर्तमान कैंप्स के दौरान 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। बैठक में चिकित्सा अधिकारियों को अपनी आईडी से नियमित प्रविष्टि सुनिश्चित करने और इसकी सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए। डीपीसी आरएमएससी डॉ. मोहन सिंह धाकड़ ने निरूशुल्क दवा योजना और जांच योजना का डेटा प्रस्तुत किया। डीपीएम सदाकत अहमद ने 108 और 104 एम्बुलेंस का समय-समय पर निरीक्षण सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बैठक के दौरान पूर्व आरसीएचओ डॉ. रमेश शर्मा के असामयिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।