जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
उदयपुर, 26 जून। जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देश पर गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) वार सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई और आवश्यक निर्देश दिए।
पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता आर. के. मूंदड़ा ने पिछली बैठक की अनुपालना रिपोर्ट पेश की। नगर निगम अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी ने सिटी स्टेशन से कलक्टर निवास तक एलिवेटेड रोड की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पी1 से पी13 तक पीयर फुटिंग का पीसीसी कार्य पूरा हो गया है और पी13 पर सरिया बांधने का काम चल रहा है। इस एलिवेटेड रोड के पूरा होने के बाद दिल्ली गेट चौराहे पर एआई-आधारित हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे। राणा प्रतापनगर स्टेशन की बाउंड्री शिफ्ट कर स्लिप लेन के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा गया।
वॉल सिटी क्षेत्र में प्रदूषण रहित ग्रीन जोन विकसित करने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर ब्लैक स्पॉट्स (दुर्घटना संभावित क्षेत्र) तथा शराब की दुकानों की स्थिति पर भी चर्चा हुई। एडीएम सिटी ने अनधिकृत मीडियन कट बंद करने, गलत दिशा में वाहन चलाने और ओवरलोड वाहनों पर प्रभावी रोक लगाने तथा चालान बनाने के निर्देश दिए।
उदयपुर विकास प्राधिकरण के अधीक्षण अभियंता ने सड़क परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीसारमा से एनएच 58 का 35 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि भुवाणा से प्रतापनगर मार्ग का कार्य 15 जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रतापनगर से बलीचा फोरलेन का कार्य सितंबर तक पूरा होने की संभावना है।
आईरेड डेटा पर जताई चिंता-
यातायात पुलिस में स्वीकृत 435 पदों में से केवल 128 जवानों की तैनाती पर चिंता व्यक्त करते हुए एडीएम सिटी ने रिक्त पदों की जानकारी ली और होमगार्ड व ट्रैफिक वॉलंटियर्स के सहयोग से यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश दिए। एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईरेड) पर दुर्घटनाओं के डेटा अपलोड करने में हो रहे अंतराल पर भी चर्चा हुई। एडीएम सिटी ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सीएमएचओ, पुलिस और परिवहन विभाग से स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने डेटा अपलोडिंग में तेजी लाने पर जोर दिया।
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े और थानावार स्थिति-
जिले में पुलिस थाना क्षेत्रवार सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति पर भी चर्चा हुई। प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में कुल 1210 सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में 551 लोगों की मृत्यु हुई और 987 लोग घायल हुए। वहीं, इस साल अप्रैल तक 420 मामलों में 181 लोगों की मृत्यु और 451 लोग घायल हुए हैं।
प्रमुख थाना क्षेत्रों के आंकड़े (वर्ष 2024 बनाम इस साल अप्रैल तक)-
सूरजपोल थाना क्षेत्रः 2024 में 42 दुर्घटनाएं (3 मृत्यु, 36 घायल); अप्रैल तक 14 दुर्घटनाएं (1 मृत्यु, 12 घायल)।
भूपालपुरा थाना क्षेत्रः 2024 में 19 दुर्घटनाएं (2 मृत्यु, 25 घायल); अप्रैल तक 6 दुर्घटनाएं (0 मृत्यु, 6 घायल)।
प्रतापनगर थाना क्षेत्रः 2024 में 106 दुर्घटनाएं (44 मृत्यु, 74 घायल); अप्रैल तक 42 दुर्घटनाएं (12 मृत्यु, 35 घायल)।
हिरणमगरी थाना क्षेत्रः 2024 में 35 दुर्घटनाएं (5 मृत्यु, 34 घायल); अप्रैल तक 12 दुर्घटनाएं (2 मृत्यु, 12 घायल)।
सविना थाना क्षेत्रः 2024 में 66 दुर्घटनाएं (17 मृत्यु, 85 घायल); अप्रैल तक 15 दुर्घटनाएं (5 मृत्यु, 17 घायल)।
सुखेर थाना क्षेत्रः 2024 में 111 दुर्घटनाएं (33 मृत्यु, 97 घायल); अप्रैल तक 36 दुर्घटनाएं (8 मृत्यु, 58 घायल)।
सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने पर जोर, आईरेड डेटा अपलोडिंग में देरी पर चिंता
