उदयपुर, 27 जून। जनजाति अंचल के विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए विभाग की ओर से लगातार नवाचार किये जा रहे है। इसी क्रम में सोमवार को जनजाति आयुक्तालय की ओर से जनजाति छात्रावास, खेल छात्रावास, विद्यालय एवं मां-बाड़ी केन्द्रों के विद्यार्थियों के लिए विशेष स्पोर्ट्स वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्याशाला की अध्यक्षता संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने की। जिला कलक्टर ताराचन्द मीणा, शिक्षा विभागीय अधिकारी, शारीरिक शिक्षक एवं अन्य विभागीय अधिकारी व प्रशिक्षक इस कार्यशाला से जुड़े रहे।
संभागीय आयुक्त भट्ट ने कहा कि विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए खेल जरूरी है। उन्होंने इस ऑनलाइन वर्कशॉप को बहुत उपयोगी बताया और कहा कि ऐसे नवाचारों के माध्यम से पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के क्षेत्र में जनजाति प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला या प्रशिक्षण के दौरान जनजाति विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्द्धा करवा कर उन्हें मोटिवेट किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षण में प्रवीण रहे विद्यार्थियों को विभाग की विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं में अवसर प्रदान किया जाए ताकि वे अपने हुुनर का प्रदर्शन कर सके और आगे बढ़े।
विद्यार्थियों को ऑनलाईन प्रशिक्षण दें:
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं में स्मार्ट बोर्ड के माध्यम हम विशेषज्ञों को खेलों से जुड़ी रोचक एवं उपयोगी जानकारी दे सकते है जिसका लाभ विद्यार्थियों को मिले। हम विभाग से जुड़े सभी 120 स्थान जहां टीवी एवं अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध है, वहां विभिन्न दक्ष प्रशिक्षकों के माध्यम से ओलंपिक या अन्य खेलों से जुड़े वीडियो एवं सीडी, यूट्यूब आदि के माध्यम से खेल संबंधी उपयोगी जानकारी दे सकते है। उन्होंने हॉकी, कबड्डी, बेडमिंटन, तीरंदाजी आदि खेलों के बारे में प्रशिक्षण प्रदान करने की बात कही और कहा कि बच्चों के मानसिक विकास की दृष्टि से हम इसकी शुरूआत शतरंज से कर सकते है।
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कार्यशाला से जुड़े सभी विभागीय अधिकारियों-कार्मिकों एवं अन्य प्रशिक्षकों को कहा कि इन कार्यशालाओं का पूरा-पूरा लाभ हर उस विद्यार्थी को मिले जो खेल में विशेष रूचि रखता हो। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोटिवेट करने वाले विभिन्न वीडियो बनाकर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए, विभिन्न अवार्डेड खिलाडि़यों की जानकारी के साथ विभिन्न खेल उपलब्धियों, नियमों-प्रावधानों आदि की जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाई जाएं।
ग्रामीण ओलंपिक के लिए अधिकाधिक पंजीकरण हो:
कार्यशाला दौरान जिला कलक्टर मीणा ने जिले की हर पंचायत पर कम से कम एक स्टेडियम निर्माण की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों में जिले से अधिकाधिक पंजीकरण किया जावें। उन्होंने इसके लिए अभियान रूप में पुनः पंजीयन के निर्देश दिए और जिले को अव्वल बनाने को कहा। संभागीय आयुक्त भट्ट ने ग्रामीण ओलंपिक खेलों में टेलंेट सर्च के उद्देश्य से श्रेष्ठ खिलाडि़यों के विशेष चयन के निर्देश दिए और कहा कि इससे ऐसे चुनिंदा खिलाडि़यों को विशेष कोचिंग देना संभव हो पाएगा।
दिया प्रशिक्षण:
कार्यशाला में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की स्पोर्ट्स कंसलटेंट ममता शर्मा ने कार्यशाला में सम्मिलित समस्त संभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने जनजाति विद्यार्थियों के संतुलित भोजन, पोषण की अपेक्षाओं व व्यक्तित्व विकास के साथ बच्चों व शिक्षकों के मध्य ठोस संबंधों की अपेक्षाओं के बारे में बताया। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षण संस्थाओं में खेल को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न तकनीकी पहलुओं के साथ महत्वपूर्ण बिन्दुओं की जानकारी प्रदान की। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में जिला खेल अधिकारी शकील हुसैन सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्लॉक स्तर के अधिकारी व कार्मिक जुड़े रहे। कार्यशाला दौरान श्रेष्ठ सेवाओं के लिए टीएडी आयुक्त ने स्पोर्ट्स कंसलटेंट ममता शर्मा का अभिनंदन किया।