विद्यापीठ में मिलिट्री अकादमी की हुई स्थापना – प्रो. सारंगदेवोत

उदयपुर 25 जून / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौन्सिल की बैठक शनिवार को को प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में इसी सत्र से कई नये पाठ्यक्रमों को संचालित करने की स्वीकृति दी गई। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि प्रतापनगर परिसर में नयी शिक्षा नीति के अनुसार अंग्रेजी माध्यम का महाविद्यालय खोलने, युवाओं में देश भक्ति की भावना जागृत करने, देश सेवा को सर्वोपरि सेवा मानते हुए विद्यापीठ इसी सत्र मिलिट्री अकादमी की स्थापना की जायेगी, जिसके अन्तर्गत विद्यार्थियों को सेना आफिसर एवं सैनिक भर्ती के कोर्स कराये जायेगे। भारतीय संस्कृति, कला, शैली, खान-पान, रहन – सहन एवं विरांगनाओं का त्याग-बलिदान, शौर्य वीरगाथाएॅ एवं दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन कर आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आर्ट एण्ड कल्चर का म्युजियम बनाया जायेगा जिससे आने वाली पीढी अपने अतीत के इतिहास को जान सके। म्यूजियम में विद्यापीठ की 85 वर्ष की विकास यात्रा की झलक नजर आयेगी जिसमें संस्थापक पं. नागर कक्ष की स्थापना की जायेगी जिसमें उनके द्वारा किये गये कार्यो व साहित्य को दर्शाया जायेगा। युवाओं को खेल से जोडने के उद्देश्य से प्रतापनगर परिसर में अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्डों के अनुसार स्वीमिंग पूल एवं इनडोर खेल मैदान का निर्माण कराया जायेगा। नवीन सत्र से संस्थापक पंडित जनार्दनराय नागर के साहित्य को इसी वर्ष से पाठ्यक्रम में जोडा जायेगा। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि आमजन को रासायनिक मुक्त कृषि उत्पाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एग्रीकल्चर महाविद्यालय के माध्यम से कृषि उत्पादों का आउटलेट का आगामी 15 अगस्त से श्रमजीवी महाविद्यालय एवं डबोक परिसर के मुख्य द्वार पर खोला जायेगा जिससे आमजन इसका लाभ उठा सकेगे।

इन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की मिली स्वीकृति:-

प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से इसी सत्र से लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के अन्तर्गत एक वर्षीय डिप्लोमा इन फेशन डिजाइनिंग, छः माह का सर्टीफिकेट कोर्स इन फेशन डिजाइनिंग, छः माह का सर्टीफिकेट कोर्स इन फेशन मर्चेनडानिंग, छः माह का सर्टीफिकेट कोर्स इन फेशन स्टाईलिंग, माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के संस्कृत विभाग की ओर से संचालित एक्यूप्रेशन प्रशिक्षण प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम को एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम करने , विधि महाविद्यालय के अन्तर्गत एड ऑन कोर्स प्रारंभ करने, आईटी विभाग के अन्तर्गत एमसीए कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए ब्रीज कोर्स प्रारंभ करने, थीएटर में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए इसी सत्र से एक वर्षीय डिप्लोमा इन एक्टिंग, स्कूल ऑफ सोशल वर्क के अन्तर्गत पीजी डिप्लोमा इन कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसीबल पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने की स्वीकृति दी गई।
बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, विशेष आमंत्रित सदस्य जेएनयू विवि के प्रो. कौशल कुमार, कोटा ऑपन विवि की निदेशक डॉ.़ रश्मि बोहरा, साहित्यकार किशन दाधीच ने भी अपने अकादमिक सुझाव दिये।
इस अवसर पर प्रो. गजेन्द्र माथुर, प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. सुमन पामेचा, प्रो. मंजू मांडोत, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, प्रो. मलय पानेरी, डा. कला मुणेत, डॉ. भवानी पाल सिंह राठौड, डा. रचना राठौड, डॉ. अमी राठौड, डॉ. हीना खान, डा. सपना श्रीमाली, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. मानसिंह चुण्डावत, डा. भारत सिंह देवडा, डा. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. लीली जैन, डा. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. प्रज्ञा भटट्, डा. सुनिता मुर्डिया, डा. अमिया गोस्वामी, डा. राजन सूद, डा. अलख नंदा, डा. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. युवराज सिंह राठौड, डा. अजितारानी, डा. नवीन विश्नोई, डा. अवनीश नागर, डा. लाला राम जाट, डा. कुल शेखर व्यास सहित सदस्य उपस्थित थे।

By Udaipurviews

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