उदयपुर 11 जून। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत श्रमिक शिक्षा क्षेत्रीय निदेशालय उदयपुर एवं जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक जन शिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में जनभारतीय सामुदायिक केन्द्र बेदला पर महिलाओं में आजीविका की प्रवृति निर्माण के लिए आयोजित चार दिवसीय जागरूकता शिविर संपन्न हुआ। समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो। एस।एस। सारंगदेवोत ने कहा कि पिछले कुछ समय में शिक्षा से लेकर खेलकूद और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बेटियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
महिला सशक्त होगी तो ही देश सशक्त होगा
उन्होंने कहा कि महिला सशक्त होगी तो परिवार सशक्त होगा, परिवार सशक्त होगा तो समाज सशक्त होगा और समाज सशक्त होगा तो देश अपने आप ही सशक्त हो जाएगा। विशिष्ठ अतिथि क्षेत्रीय निदेशक पुनीत गौतम ने जागरूकता शिविर में ई-श्रम कार्ड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ई-श्रम की मदद से श्रमिकों के आंकड़े और जानकारी जुटाई जाएगी तथा इसी आधार पर सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए योजनाएं बनाई जायेगी। श्रमिकों के लिए शुरू की गई योजनाओं का लाभ सर्वप्रथम ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों को ही प्राप्त होगा। किसी प्रकार के असंगठित श्रमिक जिनकी आयु 16 से 59 वर्ष है और वह आयकर दाता नहीं है तो अपना पंजीयन पोर्टल पर करा सकता है।
विभिन्न योजनाओं की महिलाओं को दी जानकारी
शिविर में महिला स्वयं सहायता समूह, लेबर कार्ड, प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन, प्रधानमंत्री जनधन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, घरेलू हिंसा एक्ट व जेंडर, विधिक जानकारी, लोक अदालत, श्रमिकों के अधिकार जैसी योजनाओं की जानकारी व इनका उपयोग कैसे किया जाये आदि के बारे में बताया। अतिरिक्त विशिष्ठ अतिथि जोईंट लेबर कमिश्नर पी पी शर्मा ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह भी केन्द्र की योजनाओं का लाभ उठा आत्मनिर्भर बन अपने परिवार को पालन पोषण करें। कार्यक्रम का संयोजन सौरभ गुप्ता ने किया जबकि आभार प्रभारी डॉ ओम पारीक ने जताया। समारोह में चार दिवसीय जागरूकता शिविर में भाग लेने वाली महिलाओं को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बाल कृष्ण शुक्ला, सौरभ गुप्ता ने भी विचार व्यक्त किए।