उर्वरक की कमी नहीं, आवश्यकतानुसार ही खरीदें- कृषि विभाग
चित्तौड़गढ़, 18 नवम्बर। जिले में इस वर्ष रबी बुवाई का क्षेत्रफल लगभग 3 लाख 19 हजार हैक्टयर में होने की संभावना है। जिसके विरूद्व अब तक जिले में गेहूं की 1 लाख 8 हजार हैक्टर, सरसों की 55 हजार हैक्टयर, चना 70 हजार हैक्टयर, जौ 8135 हेक्टर लहसुन 4120, ईसबगोल 2420 हैक्टयर, रिजका का 2265 हैक्टयर के लगभग बुवाई की जा चुकी है। रबी फसलों हेतु उर्वरक डीएपी 13 हजार मेट्रिक टन के विरूद्व अब तक 13152 मेट्रिक टन का वितरण हो चुका है। यूरिया 59 हजार मेट्रिक टन के विरुद्ध 27121 मेट्रिक टन का वितरण हो चुका है 30845 की माँग है। वर्तमान में जिले में 1034 मेट्रिक टन यूरिया, 898 मेट्रिक टन डीएपी एवं 12178 मेट्रिक टन एसएसपी उपलब्ध है।
कृषि विभाग के उपनिदेशक शंकरलाल जाट ने सभी किसान भाइयों से अपील की है कि अपनी आवश्यकतानुसार ही उर्वरक क्रय करें। रबी फसलों हेतु किसी भी प्रकार के उर्वरकों की कमी नहीं रहे इस हेतु जिले के जनप्रतिनिधि जिला कलक्टर महोदय एवं कृषि विभाग के द्वारा राज्य स्तर पर अधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क कर सभी किसानों को आवश्यकतानुसार समय पर यूरिया उपलब्ध हो इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
कृषि विभाग के उपनिदेशक शंकरलाल जाट ने सभी किसान भाइयों से अपील की है कि अपनी आवश्यकतानुसार ही उर्वरक क्रय करें। रबी फसलों हेतु किसी भी प्रकार के उर्वरकों की कमी नहीं रहे इस हेतु जिले के जनप्रतिनिधि जिला कलक्टर महोदय एवं कृषि विभाग के द्वारा राज्य स्तर पर अधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क कर सभी किसानों को आवश्यकतानुसार समय पर यूरिया उपलब्ध हो इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
अब तक इतना यूरिया आया डॉ. शंकर लाल जाट, उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद् चित्तौडगढ़, श्री जितेन्द्र कुमार नोगिया, सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) कपासन एवं डॉ. शंकर सिंह राठौड, सहायक निदेशक उद्यान चित्तौडगढ़ ने शुक्रवार को चन्देरिया रैक पोइन्ट को निरीक्षण किया। यहां जीएनवीएफसी से 975 मेट्रिक टन, कृभको से 1750 मेट्रिक टन, श्रीराम फर्टिलाइजर्स से 700 मेट्रिक टन का जिले को आंवटन हुआ है, जिसका वितरण कार्य किया जा रहा है। शनिवार को आरसीएफ से 600 मेट्रिक टन प्राप्त होगा एवं चम्बल फर्टिलाइजर्स से सड़क मार्ग द्वारा प्रतिदिन 200 मेट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो रहा है। इस सप्ताह में जिले को लगभग 5000 मेट्रिक टन जिनका वितरण कार्य चल रहा है एवं आगामी दिनांक में भी लगातार यूरिया उर्वरक उपलब्ध हो उसके प्रयास किये जा रहे है। चंदेरिया रैक पॉइंट का निरीक्षण किया।