विद्यापीठ ने शिक्षा के हर क्षेत्र में बनाई अपनी अलग पहचान – प्रो. सारंगदेवोत
कार्यकर्ता विद्यापीठ की रीढ़ की हड्डी ……..
उदयपुर 28 अप्रेल / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता प्रो. सुमन पामेचा का शुक्रवार को प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में उत्कृष्ट सेवा के लिए कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर, पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा ने उपरणा, बुके, स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि विद्यापीठ कार्यकर्ताओं की संस्था है, संस्थापक जनुभाई कहा करते थे सौ पेड़ लगाना आसान है, लेकिन एक कार्यकर्ता तैयार करना बहुत मुश्किल है। वे संस्था में कार्य करने वाले व्यक्ति को कर्मचारी नहीं, कार्यकर्ता मानते थे। संस्था का कार्यकर्ता संस्था की पुंजी है। 1937 में स्थापित एक छोटे से वृक्ष ने आज वट वृक्ष का रूप ले लिया है। समर्पित एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओें की बदौलत संस्था आज इस मुकाम पर पहुंची। उन्होने कहा कि विद्यापीठ ने अपने कार्यो एवं गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के हर क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है यह सब समर्पित एवं निष्ठावान कार्यकर्ताआ बदौलत ही संभव है।
इस अवसर पर डॉ. अमृता दाधीच, प्रणय दाधीच, कृति दाधीच, पारस कुमार पामेचा, पलायस सुराणा, अवनी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
मेवाड़ ठिकाना दस्तावेजों का सर्वेक्षण पुस्तक का हुआ विमोचन:-
समारोह में इतिहास विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नीलम कौशिक द्वारा लिखित ‘‘ मेवाड़ ठिकाना दस्तावेजों का सर्वेक्षण ’’ पुस्तक का विमोचन कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर, रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रो. मंजू मांडोत, प्रो. गजेन्द्र माथुर, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, प्रो. सरोज गर्ग, डॉ. अवनीश नागर, डॉ. संजय बंसल, डॉ. पारस जैन, डॉ. धमेन्द्र राजौरा, डॉ. संजय बंसल, डॉ. कला मुणेत, डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. प्रकाश शर्मा, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. लाला राम जाट, डॉ. हीना खान, डॉ. निरू राठौड़, डॉ. शिल्पा कंठालिया, भगवती लाल सोनी, डॉ. भारत सिंह देवडा, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. कुल शेखर व्यास, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. सपना श्रीमाली, डॉ. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. मानसिंह चुण्डावत, डॉ. मधु मुर्डिया, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. दिनेश श्रीमाली, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. सुनील चौधरी, चितरंजन नागदा, डॉ. आशीष डी नन्दवाना, डॉ. महेन्द्र सिंह सोलंकी, डॉ. नवीन दीक्षित, उमराव सिंह राणावत, सहित विद्यापीठ के डीन, डायरेक्टर व कार्यकर्ताओं ने प्रो. पामेचा, डॉ. दाधीच का माला, उपरणा अ़ोढा कर सम्मान किया।
संचालन प्रो. मलय पानेरी ने किया जबकि आभार डॉ. कौशल नागदा ने जताया।