उदयपुर, 27 दिसंबर : शहर के सवीना थाना क्षेत्र में मानवता को एक अनूठा उदाहरण देखने को मिला। जहां एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके सहकर्मियों ने उसका अंतिम संस्कार किया। पुलिस के अनुसार डाकन कोटड़ा निवासी शशिकांत (48) पुत्र केदार कुमार मृत पशु उठाने वाले ठेकेदार के यहां काम करता था। शुक्रवार सुबह शशिकांत को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ। सहकर्मी उसे तुरंत एमबी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि शशिकांत के परिवार का कोई सदस्य उसके साथ नहीं था। ठेकेदार अजय सिंह और सहकर्मियों ने उसकी मौत की सूचना पुलिस को दी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव ठेकेदार को सौंप दिया। मृतक के परिजन न होने के कारण सहकर्मियों ने मिलकर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाई।
वहीं सवीना थाना क्षेत्र के अंतर्गत ही लोगरलाल (49) पुत्र माना गमेती निवासी फांदा तितरड़ी की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह अपनी पत्नी के साथ खेत पर फसल की रखवाली कर रहा था। इसी दौरान नीलगाय को देखकर उसे भगाने के लिए दौड़ा और बिजली के तारों की चपेट में आकर मौत उसकी हो गई।
