-कांग्रेस देहात व शहर जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारी चुनना बड़ी चुनौती
राजेश वर्मा
उदयपुर, 7 दिसम्बर: कांग्रेस में नए अध्यक्ष चुने जाने के बाद अब कार्यकारिणी गठन को लेकर कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। अध्यक्ष के करीबी और खास मानने वाले कार्यकर्ता उनकी टीम में शामिल होने व अच्छा पद पाने के लिए हाथ पैर मारने और ऊपर बैठे वरिष्ठों तक पहुंच लगाने में जुट गए हैं। हालाकि अध्यक्षों के सामने लक्ष्य अगले निकाय व पंचायती राज चुनाव है और उसे ध्यान में रखते हुए टीम बनाने का मानस बनाए हुए हैं।
नवनियुक्त देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष रघुवीरसिंह मीणा और शहर कांग्रेस अध्यक्ष फतहसिंह राठौड़ के सामने नई टीम तैयार करना किसी परीक्षा से कम नहीं है। वे अपना लक्ष्य आगामी निकाय व पंचायती राज चुनाव को माने बैठे हैं और उसमें सकारात्मक परिणाम लाकर पार्टी को दिखाने भी है। इसी परीक्षा के मद्देनजर टीम में सक्रिय कार्यकर्ता चुनना है। वहीं उन्हें अपने नजदीकी व करीबी और खास मानने वालों का भी ध्यान रखना है। इन्हें नाराज भी नहीं कर सकते। इसी असमंजस में दोनों टीम लीडर उलझे हुए हैं। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए टीम तैयार करनी है। हालाकि टीम गठन से पहले अध्यक्षों की दिल्ली में एआईसीसी और बाद में पीसीसी द्वारा ट्रेनिंग भी एक हिस्सा है। उसके बाद एआईसीसी द्वारा दिए जाने वाले फारमेट के अनुसार टीम के लिए कार्यकर्ता चुनना है। इन सभी औपचारिकताओं के बीच खुद को अध्यक्ष का खास मानने वाले और पार्टी संगठन में ऊपर तक सांठगांठ रखने वाले कार्यकर्ताओं ने अभी से ही शहर-जिला टीम में पद पाने के लिए जुगाड़ बैठाना शुरू कर दिया है। ऐसे सभी कार्यकर्ता कोई न कोई जरिया तलाशते हुए जोड़ तोड़ की गणित लगाने में जुट गए हैं।
विरोध के बीच नियुक्त रघुवीर सिंह के सामने कार्यकर्ता चयन बड़ी परीक्षा-बाहरी के नाम पर विरोध के बीच पार्टी द्वारा देहात जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्त रघुवीर सिंह मीणा के लिए टीम बनाने में पूरे जिले से सक्रिय, कर्मठ कार्यकर्ता चुनना थोड़ा मुश्किल माना जा रहा है। चाहे वे सभी को साथ लेकर चलने की बात दोहरा रहे हों। पार्टी संगठन में अभी भी गुटबाजी और उनके प्रति नाराजगी साफ है जो हाल ही उनके कार्यभार ग्रहण कार्यक्रम में भी देखी गई जिसमें विरोधी गुट के लोग शामिल नहीं हुए।
पिछले अनुभव ठीक नहीं-इधर दुबारा शहर अध्यक्ष चुने गए फतहसिंह राठौड़ के लिए अपनी पिछली टीम के अनुभव कुछ खास अच्छे नहीं है। अपना नजदीकी मानते हुए टीम में शामिल किए गए साथियों का पूरे कार्यकाल में पूरा साथ नहीं मिलना उनके लिए अनुभव अच्छे नहीं रहे। पद पाने के बाद उन पदाधिकारियों को तलाशते रहे। पद पाने वालो का भी यह कहना कि उन्होंने रखा है, सुन खुद को गुनाहगार मानते रहे। कड़वे अनुभव नई टीम बनाने में उनके काम आएंगे।
विश्वास और सम्मान के साथ बनाएंगे टीम: मीणा-नवनियुक्ति देहात जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह मीणा का कहना है कि विपरित परिस्थितियों में भी सभी को साथ लेकर पहले संगठन चलाया है। राजनीति में कई समीकरण होते हैं। जनजाति क्षेत्र से युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने पर भी युवाओं को साथ लेकर संगठन चलाया है। महत्वकांक्षा सभी की होती है। पुराने सभी अनुभव से सभी को साथ लेकर विश्वास से और सम्मान देते हुए संगठन हित में पार्टी चलाएंगे। आगामी दिनों में पीसीसी से बात कर टीम तैयार करेंगे।
काम करने वाले को टीम में प्राथमिकता: राठौड़-नवनियुक्त शहर अध्यक्ष फतहसिंह राठौड़ का कहना है कि अगला लक्ष्य निकाय चुनाव है और उसी को ध्यान में रखते हुए टीम तैयार होगी। फील्ड में सक्रिय और काम करने वाले को प्राथमिकता मिलेगी। रिश्ते और व्यवहार अलग बात है यहां पार्टीहित के लिए काम पहले। अगले निकाय चुनाव में सकारात्मक परिणाम लाने हैं।
