अपने कार्बन फुटप्रिंट में करें सुधार- डॉ वार्ष्णेय
भारत विकास परिषद भामाशाह द्वारा आज पृथ्वी दिवस पर सेक्टर 4 जैन मन्दिर के बाहर समाजसेवी एल एल नाहर के सहयोग से जल मन्दिर का शुभारंभ किया गया. अध्यक्षता करते हुए पूर्व नेशनल वॉयस चेयरमैन डाॅ एम जी वार्ष्णेय ने कहा कि हमें आने वाली पीढियां के लिए एक बेहतर पृथ्वी बनाने के लिए मिलजुलकर प्रयास करने होंगे और सभी को अपना कार्बन फुट प्रिंट में सुधार करना होगा. आज सभी लोग अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए जमीन-जायदाद, खेती-बाड़ी बाग-बगीचा, बैंक में एफ डी, विभिन्न कंपनियों के शेयर आदि खरीद कर रख रहे हैं, जिससे उनके बच्चे सुख पूर्वक अपना जीवन व्यतीत कर सकें. लेकिन यदि बच्चों को आने वाले समय में शुद्ध हवा नहीं मिली, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिला और सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिली तो क्या हमारे आने वाली पीढ़ियां सुख शांति से रह पाएंगे. इसलिए हर व्यक्ति को अपनी छत पर रूप टॉप सोलर प्लांट लगवाना चाहिए, अपनी छत पर होने वाले वर्षा जल का बचाने के लिए अपने यहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना चाहिए, अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाकर उसे पाल पोस कर बड़ा करना चाहिए और अपने आम जीवन में कम से कम वस्तुओं का उपभोग कर अपने कार्बन फुटप्रिंट में सुधार करना चाहिए. तभी हमारी आने वाली पीढ़ी सुख शांति से रह पाएगी.
भामाशाह अध्यक्ष नरेंद्र कोठारी ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से य़ह निर्णय लिया गया कि शहर के स्कूलों में साईकिल से आने वाले विद्यार्थियों का भारत विकास परिषद द्वारा सम्मान किया जाएगा, क्योंकि ये विद्यार्थी वास्तव में पृथ्वी माता के सच्चे भक्त हैं. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शांति नाथ जिनालय के सचिव अशोक नागोरी थे.
सचिव डी सी सिंघवी ने बताया कि जल मन्दिर में आर ओ का ठंडा केन वाटर उपलब्ध रहेगा. सहसचिव मदन सियाल ने कहा कि जल मंदिर में गौ प्याऊ की स्थापना भी की गई है जिस में रोजाना पानी भरने की व्यवस्था की गयी है. प्रमिला जायसवाल ने कहा कि भाविप स्कूलों में बालकों को परिंडा वितरण का कार्य बड़े पैमाने पर शुरू करेगी,जिससे गर्मियों के सीजन में परिंदों के दाने पानी की व्यवस्था हो सके.
कार्यक्रम का संचालन रमेश लावटी ने किया, धन्यवाद राजेश पागे ने दिया. इस अवसर पर डॉ ऊषा कोठारी, रमेश जायसवाल, पुष्पा सिंघवी, मंगला पागे, योगेश अग्निहोत्री, के के शर्मा, ललिता वर्मा आदि का सहयोग रहा.