21 बैलगाड़ियों की शाही शोभायात्रा
सोजत। सोजत क्षेत्र में मंगलवार को एक अनोखा और पारंपरिक वैवाहिक उत्सव देखने को मिला, जब भरत प्रजापत पुत्र सोहनलाल प्रजापत मुंडावा (हाल निवासी बेंगलोर) की शाही बारात सोजत रोड ओवरब्रिज के पास से भव्य अंदाज़ में रवाना होकर पूरे उत्साह के साथ सोजत सिटी पहुंची।
इस ऐतिहासिक बारात की सबसे बड़ी खासियत रही 21 बैलगाड़ियों की आकर्षक झांकी, जिन्हें राजस्थानी पारंपरिक शैली में विशेष रूप से सजाया गया था। बारातियों ने रंग-बिरंगी राजस्थानी वेशभूषा, साफे-पगड़ियां और पारंपरिक श्रृंगार के साथ पूरे रास्ते माहौल को उत्सवमय कर दिया।
ढोल-ढमाकों, नगाड़ों, शहनाई और मंगल गीतों की सुरधुनियों के बीच आगे बढ़ती यह बारात पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी रही। महिलाएं मंगल गीत गाती और पुरुष पारंपरिक नृत्य करते हुए शोभायात्रा को और अधिक जीवंत बना रहे थे।
रास्ते में स्थानीय नागरिकों ने भी जगह-जगह बारात का गर्मजोशी से स्वागत किया। 21 बैलगाड़ियों का एक साथ चलना, सजी-धजी झांकियाँ और प्रजापत समाज की सामूहिक सहभागिता ने इस बारात को विशेष आकर्षण का केंद्र बना दिया।
बारात के सोजत सिटी पहुंचने पर पूरे नगर में उत्सव जैसा माहौल छा गया, जहाँ परिवारजन और समाजजन ने भरत प्रजापत का पारंपरिक रीति से स्वागत किया।
यह शाही बारात न केवल राजस्थानी संस्कृति का जीवंत प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक एकता और लोक परंपराओं के संरक्षण का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
