उदयपुर, 24 जनवरी। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के दिशा निर्देशों की अनुपालना में पी.ई.ई.ओ. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कैलाशपुरी में 23 व 24 जनवरी 2025 को दो दिवसीय एसएमसी, एसडीएमसी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
यह जानकारी देते हुए संस्था प्रधान अनिल दशोरा ने बताया कि प्रशिक्षण का शुभारंभ स्थानीय कैलाशपुरी के प्रशासक एवं पूर्व सरपंच श्री नारायण लाल गमेती द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एसएमसी व एसडीएमसी प्रशिक्षणों द्वारा समिति के सदस्यों को जागरूक किया जा रहा है, सरकार का यह अच्छा कार्यक्रम है और निश्चित तौर पर जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों, सदस्यों में जागृति आएगी और विद्यालयों में अच्छा कार्य संभव हो पाएगा।
अनिल दशोरा ने बताया कि एसएमसी व एसडीएमसी प्रशिक्षणों के माध्यम से बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करते हुए ड्रॉप आउट व नामांकित बालिकाओं को विद्यालय से जोड़ने में समिति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा सकती हैं।
कार्यशाला में राज्य संदर्भ व्यक्ति ओमप्रकाश खटीक ने एसएमसी व एसडीएमसी के गठन, दायित्व, अधिकार और कर्तव्यो से अवगत करवाते हुए एक लघु नाटिका के माध्यम से भामाशाह, जनप्रतिनिधियों, बालक, अभिभावक, संस्था प्रधान की समिति में क्या भूमिका होती है, कैसे प्रत्येक सदस्य अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए विद्यालय को विकास की दिशा में अग्रसर कर सकता है और विद्यालय को श्रेष्ठ विद्यालय बनाया जा सकता है, इस पर नाटक का मंचन किया गया। ओम प्रकाश खटीक ने बताया कि एसएमसी व एसडीएमसी प्रशिक्षणो के माध्यम से बालिका शिक्षा को बढ़ावा देते हुए भामाशाहो के माध्यम से विद्यालय की दशा व दिशा को बदला जा सकता है।
कार्यशाला दक्ष प्रशिक्षक श्रीमती लक्ष्मी खटीक ने निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, ट्रांसपोर्ट वाउचर, यूथ एवं इको क्लब, कंपोजिट ग्रांट सहित एसएमसी और एसडीएमसी के विभिन्न पहलू पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर स्वर्ण लता श्रीमाली उपाचार्य पीईईओ कैलाशपुरी, प्रमोद नागदा एसएमसी अध्यक्ष कैलाशपुरी, नारायण लाल गमेती प्रशासक, कैलाशपुरी, सतीश मिश्रा, मुकेश जोशी सहित पीईईओ कैलाशपुरी के अधीन आठ विद्यालयों के 6-6 सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।