उदयपुर। तृप्ति मांदलिया को विथानिया सोम्नीफेरा (एल.) डुनल के जीन प्रारूपों में आणविक विविधता और मेटाबोलोमिक विश्लेषण पर एवं सोनम महावर को पारंपरिक जैविक खादों का मेटाजीनोमिक और मेटाबोलॉमिक विश्लेषण और उनसे पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देने वाले शक्तिशाली जीवाणु के अलगाव और फेनेटिक चरित्र चित्रण पर आणविक जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान कृषि महाविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय की ओर से विद्यावाचस्पति की उपाधि आणविक जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विषय में प्रदान की गयी। तृप्ति मांदलिया ओर सोनम महावर ने अनुसंधान कार्य डॉ. देवेंद्र जैन, सहायक आचार्य आणविक जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान कृषि महाविद्यालय के निर्देषन में पूर्ण किया।
तृप्ति मांदलिया ओर सोनम महावर को विद्यावाचस्पति (पी.एच.डी.)
