उदयपुर। जिले के ओगणा थाने के हैड कांस्टेबल से परेशान एक युवक शनिवार को पुलिस अधीक्षक की शरण में पहुंचा। उसने बताया कि बकरा चोरी का मामला उसने दर्ज कराया। चोरी का आरोपी भी पकड़कर पुलिस के हवाले किया और अब हैड कांस्टेबल उसी को परेशान कर रहा है। उससे जबरन दो हजार रुपए लिए और आरोपी को अदालत में पेश करने के लिए जीप मंगवाई। जब जीप में डीजल कम पड़ गया तो पुलिसकर्मी ने उस पर हाथ उठा दिया। पुलिस अधीक्षक भुवन—भूषण यादव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
पीड़ित युवक गोदावतों का पाड़ा निवासी भैरूलाल पिता कानाजी लूर ने पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
फरियादी ने कहा- मैंने खुद पीछा कर चोर पकड़े थे। अब मुझे ही परेशान किया जा रहा है।
एसपी को दी शिकायत में बताया कि मंगलवार की शाम को मानसी नदी के किनारे बकरियां चर रही थी, तब ही मोटर साइकिल पर सवार होकर आए दो युवक एक बकरा चुरा ले गए। घटना का पता चलने पर उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर चोरों का पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। उसने बताया कि इसकी सूचना ओगणा थाना पुलिस को फोन पर सूचना दी। पुलिस आरोपी ढढावली निवासी 30 वर्ष के कैलाश को को पकड़ कर थाने ले गई और पीड़ित को दूसरे दिन सुबह थाने बुलाया।
एसपी को शिकायत में बताया कि युवक जब अगले दिन गवाहों को लेकर थाने पहुंचा तो हैड कॉन्स्टेबल गेबीलाल ने कार्रवाई के नाम पर 2000 रुपए मांगे। पीड़ित ने बताया कि उसके पास पास 500 रुपए ही थे जो हैड कॉन्स्टेबल ने ले लिए। हैड कॉन्स्टेबल ने जीप लेकर चोरों को कोर्ट ले जाने की बात कहते हुए पीड़ित से गाड़ी मंगाने को कहा, उसने अपने पास पैसे नहीं होने की बात कही तो उसके साथ पुलिसकर्मी ने उसे फटकार लगा दी। पीड़ित व्यक्ति ने एक जीप मंगवाई पर उसमे डीजल कम था जिस पर हैड कॉन्स्टेबल ने भैरूलाल के साथ मारपीट की। इससे उसके चेहरे सहित अन्य जगहों पर चोटें आई और उसे कानूनी कार्रवाई में फंसाने की धमकी दी। इधर, ओगणा एसएचओ वीरम सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
इधर, हेड कॉन्स्टेबल गेबीलाल का कहना है कि भैरूलाल थाने आया था उसकी रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। भैरूलाल समाज स्तर पर फैसला करने का दबाव बनाने लगा, मैंने इसके लिए इनकार कर दिया और कहा की मुकदमा दर्ज हुआ है तो कोर्ट में पेश करके आरोपियों को सजा दिलाएंगे।
हैड कांस्टेबल से परेशान युवक पहुंचा एसपी की शरण में
