तीन माह के बालक को मिला परिवार

बाल कल्याण समिति ने भावी माता पिता को किया सुपुर्द – वर्ष 2023 का पहला सप्ताह और रात्री के करीब 8 बजे एक बालक जिसका सुरक्षित परीत्याग आर.के चिकित्सालय के पालना गृह में मिलने पर इसकी सुचना पर पीएमओ डॉ ललीत पुरोहीत व डॉ सांरांश संम्बल द्वारा चिकित्सालय में भर्ती किया तथा बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल को सुचना दी तथा बालक के चिकित्सकीय गाइड लाइन के अनुसार वजन बढ़ने तथा सम्पूर्ण स्वाथ्य जांच व स्वास्थ्य लाभ के पश्चात् बालक को बाल कल्याण समिति द्वारा राजकिय शिशु गृह में अस्थायी प्रवेश दिया गया। शिशु गृह अधीक्षक जय प्रकाश सिंह चारण के द्वारा बालक के पोषण व स्वास्थ्य हेतु पुर्ण व्यवस्था की एवं शिशु गृह कॉडीनेटर प्रकाश के तथा आया सुमन सीता व सुगना के द्वारा देखभाल की गई।

उन्होने बताया कि बाल कल्याण समिति के द्वारा बालक का किशोर न्याय अधिनियम के अनुसार फोलोअप लिया गया तथा बालक को लिगल रूप से मुक्त की विधिवत घोषणा बैठक कि गई, बॅैठक में अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादुर सिंह चारण, हरजेन्द्र सिंह चौधरी, सीमा डागलीया, रेखा गुर्जर उपस्थित रहें । तपश्चात बालक की सम्पूर्ण स्वास्थ्य रिपोर्ट के साथ जानकारी को कारा के राष्ट्रीय पोर्टल पर अपलोड की गई जिस पर मंगलवार को शांत रहने वाला नन्हा शिशु अपनंे भावी माता पिता मिलने पर चहरे पर मुस्कराहट बिखने लगा।

उन्होने बताया कि नन्हा शिशु जो राजकीय शिशुगृह में करीब तीन माह से आवसित रहा शिशु बालक को पंजाब निवासी दत्तक ग्राही माता-पिता को प्री एडॉप्शन फॉस्टर केयर में दिया गया। अपने भावी परिजन की गोद में आकर हस किया स्वागत तथा भावी माता की आंखों में खुशी के आंसु निकल पड़े। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल तथा सदस्य बहादुरसिंह चारण के द्वारा अधिक्षक शिशु गृह की उपस्थिती में शिशु को भावी माता पिता की गोद में सुपुर्द किया गया। बालक के शिशु गृह में रहने के दौरान शिशुगृह समन्वयक प्रकाश सालवी, सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शर्मा, आया सीता, सुनिता द्वारा पुरा ख्याल रखा गया।

उन्होने बताया कि बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने आमजन से यह अपील करते हुए बताया कोई अनचाहे अवंाछित नवजात शिशु को सुरक्षित रूप से पालनागृह में परित्याग कर सकते हैं अथवा बाल कल्याण समिति को सरेन्डर कर सकेत हैं जिससे नन्हें जीवन को बचाया जा सके एवं वह किसी एक परिवार की नई रोशनी बन सके। अधीक्षक जय प्रकाश ने बताया कि यदि कोई दम्पति या एकल व्यक्ति किसी शिशु को गोद लेना चाहते है तो वह कारा पोर्टल पर पंजीकरण कर वांछित दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते है। सदस्य बहादुरसिंह चारण ने बताया कि अनचाहे नवजात शिशुओं के सुरक्षित परित्याग के लिए राजकीय श्री गोवर्धन चिकित्सालय नाथद्वारा, राजकीय आर.के चिकित्सालय कांकरोली, राजकीय शिशुगृह में पालनागृह स्थापित हैं जहां सुरक्षित परित्याग किया जा सकता हैं। नन्हें शिशु को बाल कल्याण समिति व बाल अधिकारिता विभाग की ओर से शिशु बालक को भावभीनी विदाई दी गई।

By Udaipurviews

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