युगधारा का प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मान नेपाल में पुष्पा जोशी एवं रेणु शुक्ला को

युगधारा अंतरराष्ट्रीय साहित्य गौरव सम्मान 2025
उदयपुर, 5 मार्च । युगधारा साहित्यिक सांस्कृतिक एवं वैचारिक मंच द्वारा  वैश्विक स्तर पर साहित्य सृजन एवं हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु युगधारा अंतरराष्ट्रीय साहित्य गौरव सम्मान 2025 काठमांडू, नेपाल में हुए 24वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में दो सृजन धर्मियों को प्रदान किया गया। युगधारा के संस्थापक ज्योतिपुंज ने बताया कि ट्रू मीडिया दिल्ली की सहसंपादक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ पुष्पा जोशी एवं विश्वविद्यालय देहरादून की व्याख्याता वरिष्ठ साहित्यकार, इतिहासकार डॉ रेणु शुक्ला को युगधारा का यह प्रथम अंतरराष्ट्रीय साहित्य गौरव सम्मान 2025 प्रदान किया गया। यह सम्मेलन सृजन सम्मान बहुआयामी साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था रायपुर, छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में आयोजित किया गया। सृजन सम्मान संस्था के समन्वयक जयप्रकाश मानस ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री उपेंद्र यादव थे। अध्यक्षता अंबिका दत्त चतुर्वेदी ने की, विशिष्ट अतिथि नेपाल के साहित्यकार भीष्म उप्रेती रहे एवं सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ सविता मोहन मंच पर उपस्थित रही। मंच पर डॉ मंगला रानी, डॉ सुनीति आचार्य,  कृष्ण कुमार प्रजापति एवं नेपाल के साहित्यकार चंद्र प्रकाश उपाध्याय भी मंच पर विराजित रहे। सृजन सम्मान के समन्वयक जयप्रकाश मानस ने बताया कि युगधारा का यह सम्मान इस संस्था से प्रदान किया जाना अत्यंत हर्ष का विषय है। युगधारा अध्यक्ष किरण बाला ‘किरन’ जो कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की संचालक एवं अकादमिक प्रमुख हैं, इनके प्रयासों से यह संभव हो पाया कि विदेश की धरती पर युगधारा की अजस्र धारा प्रवाहित हो रही है। सम्मान प्राप्त करने वाली दोनों साहित्यकार अपने क्षेत्र की उत्कृष्ट रचनाकार हैं। कई वैदेशिक मंचों पर पर सक्रियता से अपनी भूमिका का निर्वहन करती हैं। इनके कई शोध पत्र प्रकाशित है एवं कई सम्मानों से सम्मानित है।

By Udaipurviews

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