राजकीय विद्यालय की प्रतिभाओं से महका ऑडिटोरियम

मिशन बुलंदी-2023 के तहत जिला स्तरीय अभिव्यक्ति प्रतियोगिता
डूंगरपुर, 10 मई/शहर का विजयाराजे सिंधिया ऑडिटोरियम बुधवार को जिले की राजकीय स्कूलों की प्रतिभाओं के अभिव्यक्ति कौशल के खिले गुलदस्ते से महक उठा। मौका था मिशन बुलंदी- पढ़ेगा डूंगरपुर-बोलेगा डूंगरपुर-बढेगा डूंगरपुर के तहत जिला स्तरीय अभिव्यक्ति प्रतियोगिता का। जो बच्चे कभी कक्षा में खडे होकर बोल नहीं पाते थे, उन्हीं बच्चों को खचाखच भरे सभागार में मंच पर महिला सशक्तीकरण, तैराक माइकल फेलेप्स, पहली भारतीय महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल जोशी, आयरन लेडी श्रीमती इंदिरा गांधी, संगीतकार किशोर कुमार जैसी शख्सियत के जीवन पर आधारित प्रेरक प्रसंग फर्राटेदार अंग्रेजी और परिष्कृत हिंदी में स्पष्ट उच्चारण के साथ पूरे आत्मविश्वास से बोलते देखना डूंगरपुर जिले की शिक्षा व्यवस्था में एक नई क्रांति के बीज रोपित होने का स्पष्ट संकेत दे रहा था। बेटियों ने कौए-चिडि़या, बढ़ई तथा डाकू की कहानियों के माध्यम से जीवन के सूत्र समझाए तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। इसमें सुखद संयोग यह रहा कि प्रतिभागियों और विजेताओं में बालिकाओं की संख्या बालकों से ज्यादा थी। प्रतियोगिता के दौरान जिले के सभी विद्यालयों में चार चरणों को पार कर कक्षा 6 से लेकर आठ तक की तीन श्रेणियों में चुने गए 9 बच्चे अंतिम राउंड तक पहुंचे।
प्रतिस्पर्धा से प्रतिभा का उन्नयन होता है- जिला कलक्टर
मुख्य अतिथि जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जो काम मन से करें वो मिशन बन जाता है। मिशन बुलंदी की आत्मा हैं बच्चे। 80 हजार बच्चों के बीच में पुस्तकें उपलब्ध करवाना। शाला दर्पण पर डूंगरपुर का नाम आना पूरे डूंगरपुर जिले में राजकीय विद्यालयों में एक नई शैक्षिक क्रांति की बुनियाद साबित होगा। यह गौरव की बात है कि पूरे राजस्थान में इस तरह का नवाचार लागू करने के बारे में सोचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिर्स्पधा से प्रतिभाओं का उन्नयन होता है। इस तरह की प्रतियोगिताओं से बच्चों को अपने आप से मुकाबला करके आगे जाने का अवसर मिलता है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चे विजेता हैं। इससे पहले जिला कलक्टर ने भगवान गणपति की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
एडीईओ हर्षित चौबीसा ने मिशन बुलंदी की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि मिशन बुलंदी के तहत 6 जनवरी 2023 से स्कूली छात्रों में अभिव्यक्ति की शुरुआत हुई। इसमें कक्षा के अंदर और प्रार्थना स्थल पर बच्चों का अभिव्यक्ति कौशल विकसित करने पर जोर दिया गया। अब तक 3 लाख 72 हजार अभिव्यक्ति हुई है। राजकीय विद्यालयों में 72 हजार से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हुई हैं। सीबीईओ इंद्रा लट्ठा ने जिला कलक्टर का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी इन्द्रा लठ्ठा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक अमृतलाल कलाल, सीबीईओ प्राणजीवन शाह, प्रधानाध्यापक महेश व्यास सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, शिक्षक और स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।
ये रहे विजेता
कक्षा 6 वर्ग में प्रथम ज्योतिष्ठा पण्ड्या, महात्मा गांधी चितरी, द्वितीय स्थान पर रही आरूषि गरासिया महात्मा गांधी डंूगरपुर, तृतीया स्थान पर रही महिमा भोई महात्मा गांधी टाउन, कक्षा 7 वर्ग में प्रथम स्थान पर मौली भट्ट, द्वितीय स्थान पर नीतिग्य पण्ड्या, तृतीय स्थान पर लेहरीन पाटीदार, कक्षा 8 वर्ग में प्रथम कशिश पाटीदार खेमपुर ब्लॉक दोवड़ा, द्वितीय स्थान पर विदिशा डामोर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल टाउन एवं तृतीय स्थान पर भूमिका परमार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल रहे। जिला स्तर पर ऑल राउण्डर प्रथम मोहली भट्ट, द्वितीय कशिश पाटीदार एवं ज्योतिष्ठा पण्ड्या केन्द्रीय विद्यालय की आर्वीे एवं आर्चि व्यास जुडवां बहनों ने प्रश्न के संवाद पर तालियां बटोरी। मंच संचालन प्रधानाध्यापक महेश व्यास एवं निधि जोशी ने किया। जिला कलक्टर ने विभिन्न श्रेणियों के विजयी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न और प्रमाण पत्र भेंटकर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

By Udaipurviews

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