
जिज्ञासा के जागे बिना तत्व को क्या स्वयं का भी ज्ञान नहीं हो सकता : आचार्य विजयराज
उदयपुर, 27 सितम्बर। केशवनगर स्थित अरिहंत वाटिका में आत्मोदय वर्षावास में शुक्रवार को धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए हुक्मगच्छाधिपति आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. ने कहा कि जिज्ञासा से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। जिज्ञासा का कोई तटबंध नहीं होता, वह अविरल बहती रहती है। जिज्ञासा के जागे बिना तत्व तो क्या स्वयं का भी ज्ञान नहीं हो सकता। पूरा संसार नवतत्वों से बना है, इनमें जीव-अजीव दो तत्व प्रमुख हैं एवं शेष इनकी पर्याय हैं। क्या का प्रश्न उठना जिज्ञासा है और क्यों है का प्रश्न उठना तर्क है। हमें और किसी से नहीं, किन्तु पाप से डरना…