उदयपुर। झीलों की नगरी के संगीत प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। सुरों की मंडली की उदयपुर में संगीत संग्रहालय की स्थापना की मुहिम अब रंग लाने लगी है।
सुरों की मंडली के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि मंडली के सदस्यों ने पर्यटन विभाग की उप निदेशक शिखा सक्सेना से मुलाकात कर शहर में संगीत संग्रहालय (म्यूज़िक म्यूज़ियम) की स्थापना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
मुकेश माधवानी ने बताया कि इस प्रस्ताव का उद्देश्य उदयपुर की सदियों पुरानी संगीत की परंपरा को संरक्षित करना और नई पीढ़ी को संगीत की विविध विधाओं से जोड़ना है। यह संग्रहालय स्थानीय कलाकारों, संगीत विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा।
पर्यटन विभाग की उप निदेशक शिखा सक्सेना ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि उदयपुर ही नहीं, पूरे राजस्थान में संगीत से संबंधित कोई समर्पित संग्रहालय नहीं है। यदि यह संग्रहालय बनता है, तो यह संगीत प्रेमियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
सुरों की मंडली ने इस सकारात्मक समर्थन के लिए शिखा सक्सेना का आभार व्यक्त किया और विश्वास जताया कि जल्द ही उदयपुर संगीत संग्रहालय की पहचान के रूप में पूरे प्रदेश में उदाहरण पेश करेगा।
इस अवसर पर संस्थापक मुकेश  माधवानी सहित नारायण लाल लोहार, डॉ नरेश शर्मा, अम्बा लाल साहू, रमेश दत्तवानी, विष्णु वैष्णव, मोइनुद्दीन, दिलीप वर्मा, जयकिशन आसवानी, दयाराम सुथार, एस के मेहता, लक्ष्मी आसवानी, नूतन वेदी, अमृता बोकड़िया, रिया कालरा राजकुमार बापना आदि संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।
रंग ला रही सुरों की मंडली की पहल, उदयपुर में संगीत संग्रहालय की स्थापना को लेकर बढ़ रहे कदम :मुकेश माधवानी
 
    
 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                