विकसित भारत संकल्प यात्रा में आमजन को बैंकिंग योजनाओं से करें लाभान्वित : सुराणा

साख जमा अनुपात को राष्ट्रीय लक्ष्य तक पहुंचाने के हों प्रयास
नाबार्ड के पीएलपी 2024-25 का विमोचन
मार्गदर्शी बैंक की जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक

उदयपुर, 27 दिसंबर। मार्गदर्शी बैंक की जिला स्तरीय समीक्षा समिति की तिमाही बैठक बुधवार को जिला कलक्टर के निर्देशन एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन शैलेश सुराणा की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में हुई। बैठक में वार्षिक साख योजना, साख जमा अनुपात, कृषि ऋण, जन-धन, जन सुरक्षा बीमा योजना, वित्तीय साक्षरता, विकसित भारत संकल्प यात्रा, फसल बीमा एवं अन्य सरकारी योजनाओं पर चर्चा एवं इनकी प्रगति की समीक्षा हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त ज़िला कलक्टर शैलेश सुराणा ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा राष्ट्रव्यापी अभियान है। इसमें बैंकों से जुड़ी योजनाएं भी शामिल हैं। सभी बैंक इन शिविरों को गंभीरता से लेते हुए अधिक से अधिक लोगों को बैकिंग योजनाओं से जोड़े तथा समय पर उसकी रिपोर्टिंग करें। उन्होंने सभी बैंकों को कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह बढ़ाने के निर्देश दिए तथा बैंकों एवं सरकार समर्थित योजनाओं से सम्बंधित विभागों को आवटित लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रयास करते हुए जरूरतमंद एवं समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को सुलभ ऋण उपलब्ध करवा कर लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
आरंभ में अग्रणी ज़िला प्रबंधक राजेश जैन ने सभी का स्वागत किया एवं सदन को बताया कि इस वित्तवर्ष की सितम्बर तिमाही तक जिले में बैंकों का साख-जमा अनुपात 72.03 प्रतिशत रहा है तथा बैंकों के द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में वार्षिक लक्ष्य रूपये 8485 करोड़ के विरुद्ध रूपये 5510 करोड़ के ऋण वितरण किए गए हैं जो आवंटित लक्ष्य का 65 प्रतिशत है। उन्होंने साख जमा अनुपात में अपेक्षाकृत पीछे रहे बैंकों के अधिकारियों से चर्चा कर उक्त अनुपात को राष्ट्रीय लक्ष्य तक पहुंचाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने विकसित भारत संकल्प अभियान को लेकर भी सभी बैंक से गंभीरता बरतने तथा प्रत्येक कैम्प में संबंधित बैंक अधिकारियों-प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन समय पर उपलब्ध कराने के लिए पाबंद किया।
बैठक में उदयपुर जिले के लिए नाबार्ड द्वारा तैयार संभाव्यतायुक्त ऋण योजना (पीएलपी) 2024-25 पुस्तिका का विमोचन अतिरिक्त जिला कलेक्टर शैलेश सुराणा के हाथों किया गया। नाबार्ड द्वारा आगामी वित्तवर्ष 2024-25 के लिए जिले में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 12644 करोड़ रूपये के ऋण वितरण की सम्भावना जताई गई है। इस पुस्तिका में जिले के आर्थिक विकास का खाका तैयार करते हुए नाबार्ड द्वारा कृषि क्षेत्र में 2756 करोड़, एमएसएमई में 9177 करोड़ एवं अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 711 करोड़ के ऋण वितरण की सम्भावना पेश की है।
बैठक में भारतीय रिज़र्व बैंक, जयपुर के प्रबंधक गौरव गुप्ता, नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक नीरज यादव, अग्रणी ज़िला प्रबंधक राजेश जैन, आरएमजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक के.के. गुप्ता, मार्गदर्शी बैंक से मोहन जाखड तथा जिले में संचालित अन्य बैंक प्रतिनिधियों एवं सरकारी विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

By Udaipurviews

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