पर्यावरणविद् दवे ने दी सर्पदंश से बचाव की जानकारी
उदयपुर, 31 अगस्त। स्कूली विद्यार्थियों को शैक्षिक के साथ-साथ सहशैक्षिक गतिविधियों तथा कला—संस्कृति की ओर उन्मुख करने के उद्देश्य से स्कूल प्रशासन और कश्ती फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में सरकारी स्कूलों में चल रही मुहिम के तहत शनिवार को गुपड़ी और भल्लों का गुड़ा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शनिवारिय सभा का आयोजन किया गया। इस शनिवारिय सभा में विद्यार्थियों ने एक्सपर्ट्स से संवाद करते हुए कैलीग्राफी कला की बारीकियां जानकर खुशी जताई वहीं पर्यावरण संबंधित अनसुने रहस्यों को सुनकर रोमांच का अहसास किया।कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने बताया कि बतौर अतिथि प्रस्तर शिल्पकार व सृजनधर्मी शिक्षक हेमंत जोशी तथा पर्यावरणीय विषयों के जानकार विनय दवे ने कैलीग्राफी, शिल्पकला और पर्यावरण संबंधित विविध विषयों पर कई सुने—अनसुने रहस्यों के बारे में बताया। दवे ने विद्यार्थियों को इस अंचल में पाए जाने वाले विषैले और विषहीन सर्पों की प्रजातियों के बारे में जानकारी दी और वर्षा के दिनों में सर्पदंश की संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सर्पदंश होने पर झांड—फूंक न करवाते हुए तत्काल ही पीड़ित को किसी बड़े अस्पताल ले जाना चाहिए। उन्होंने सांप की पहचान होने पर इलाज बेहतर ढंग से होने की भी जानकारी दी। इस दौरान विद्यार्थियों ने कैलीग्राफी एक्सपर्ट से देवनागरी लिपि में अक्षरों की बनावट सीखी और अभ्यास के माध्यम से इसमें अधिकाधिक प्रवीणता प्राप्त होने की बात को समझा।
उदयपुर, 31 अगस्त। स्कूली विद्यार्थियों को शैक्षिक के साथ-साथ सहशैक्षिक गतिविधियों तथा कला—संस्कृति की ओर उन्मुख करने के उद्देश्य से स्कूल प्रशासन और कश्ती फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में सरकारी स्कूलों में चल रही मुहिम के तहत शनिवार को गुपड़ी और भल्लों का गुड़ा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शनिवारिय सभा का आयोजन किया गया। इस शनिवारिय सभा में विद्यार्थियों ने एक्सपर्ट्स से संवाद करते हुए कैलीग्राफी कला की बारीकियां जानकर खुशी जताई वहीं पर्यावरण संबंधित अनसुने रहस्यों को सुनकर रोमांच का अहसास किया।कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने बताया कि बतौर अतिथि प्रस्तर शिल्पकार व सृजनधर्मी शिक्षक हेमंत जोशी तथा पर्यावरणीय विषयों के जानकार विनय दवे ने कैलीग्राफी, शिल्पकला और पर्यावरण संबंधित विविध विषयों पर कई सुने—अनसुने रहस्यों के बारे में बताया। दवे ने विद्यार्थियों को इस अंचल में पाए जाने वाले विषैले और विषहीन सर्पों की प्रजातियों के बारे में जानकारी दी और वर्षा के दिनों में सर्पदंश की संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सर्पदंश होने पर झांड—फूंक न करवाते हुए तत्काल ही पीड़ित को किसी बड़े अस्पताल ले जाना चाहिए। उन्होंने सांप की पहचान होने पर इलाज बेहतर ढंग से होने की भी जानकारी दी। इस दौरान विद्यार्थियों ने कैलीग्राफी एक्सपर्ट से देवनागरी लिपि में अक्षरों की बनावट सीखी और अभ्यास के माध्यम से इसमें अधिकाधिक प्रवीणता प्राप्त होने की बात को समझा।
इस दौरान अतिथि कलाकारों ने भी कला कौशल और अभिरुचि पर खुलकर संवाद किया और बच्चों को अपने भीतर छिपे कलाकार को बाहर निकालकर सृजनात्मक गतिविधियों में आगे आने का आह्वान किया। प्रधानाचार्य कमल जोशी और उपप्रधानाचार्य सुमनलता जारोली ने हर शनिवार विद्यालय में आयोजित होने वाली शनिवारिय सभा को विद्यार्थियों के कैरियर निर्माण की दृष्टि से उपयोगी बताते हुए कलाकार अतिथियों का आभार जताया।