मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम लोक कला मण्डल में करेंगे उद्घाटन
उदयपुर 21 मई। माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (टीआरआई) एवं भारतीय लोक कला मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में राज्य स्तरीय जनजाति कला महोत्सव का भव्य शुभारंभ सोमवार को होगा। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत उदयपुर के भारतीय लोक कला मण्डल में शाम 7ः30 बजे करेंगे। इस दौरान जनजाति क्षेत्र से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे।
जनजाति छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ परम्परा, संस्कृति तथा कला कौशल की रचनात्मकता को आगे लाने के उद्देश्य से कला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान न सिर्फ विविध रंगारंग गतिविधियां आयोजित होंगी बल्कि कला प्रोत्साहन हेतु जनजाति वर्ग के ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा विद्यार्थियों को चित्रकला, माण्डना, हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। विद्यार्थियों तथा कलाकारों द्वारा तैयार चित्रकला तथा हस्तशिल्प कला की प्रदर्शनी का आयोजन भी होगा।
कला महोत्सव में होंगी रंगारंग गतिविधियां
कला महोत्सव में प्रथम दिन सुबह 10 बजे से लोक कला मंडल में अनुसूचित क्षेत्र तथा बारा जिले के समस्त विभागीय जनजाति छात्रावासों, विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गीत, समूह गीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। साथ ही चित्रकला एवं हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण होगा। इसके पश्चात सायं 7.15 बजे कला प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान मुक्ताकाशी रंगमंच पर सांस्कृतिक समारोह के साथ भव्य औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा किया जायेगा। कार्यक्रम में चयनित छात्र-छात्राओं व समूहों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जायेगी।
दूसरे दिन भी विविध कार्यक्रमों का होगा आयोजन
कला महोत्सव के दूसरे दिन प्रातः 10 बजे से विशेषज्ञ जनजाति कलाकारों द्वारा पारंपरिक जनजाति कलाओं के सृजन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रातः 11 बजे से हस्तशिल्प कला एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाऐगा। दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक विद्यार्थियों की सृजनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा हस्तशिल्प एवं कला सृजन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। सायं 7ः00 बजे से छात्र-छात्राओं द्वारा मुक्ताकाशी रंगमंच पर एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गीत, समूह गीत की प्रस्तुति दी जायेगी।
तीसरे दिन भी सुबह से शाम होंगे कई आयोजन
तीसरे और अंतिम दिन 24 मई को प्रातः 11 बजे से विशेषज्ञ जनजाति कलाकारों द्वारा जनजाति चित्रकला एवं हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा । जनजाति छात्र-छात्राओं को कला के प्रति प्रोत्साहन के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति करवायी जाएगी।
कला महोत्सव में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र तथा प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्र-छात्राओं का पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा। जनजाति कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ द्वारा तीन दिवसीय हस्तशिल्प कला एवं चित्रकला एवं माण्डना कला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें 6 विशिष्ट कलाओं के विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई। कला चित्रकला एवं संस्थान के संग्रहालय में रखी हुई कला सामग्री की भव्य प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय लोक कला मण्डल में किया जाएगा।
राज्य स्तरीय जनजाति कला महोत्सव-2023 आज से
