उदयपुर, 15 जुलाई। यहां गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में शनिवार को एक 75 वर्षीया वृद्धा की देह दान में मिली। जिसे उसके बेटे ने कॉलेज को समर्पित किया।
शहर के सेक्टर- 14 की ललिता पुरी गत 8 वर्षों से लीवर व हार्ट की बीमारी से जूझ रही थी। जिसने शनिवार को दम तोड़ दिया था। उनके पुत्र विकास पुरी ने अपनी मां की देह कॉलेज को समर्पित करने के साथ बताया कि उनकी मां की अंतिम इच्छा थी कि उनकी देह काम में आए और भावी डॉक्टर्स अनुसंधान कर सकें।
एनाटोमी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रकाश के.जी की मौजूदगी में ललिता पुरी की देह उनके बेटे ने प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाज में इस जागरूकता का आना बहुत आवश्यक है| देहदान प्रक्रिया के समय जीएमसीएच डीन डॉ. डी.सी. कुमावत, एडिशनल प्रिंसिपल डॉ. मनजिंदर कौर, फार्माकोलॉजी प्रोफेसर डॉ. अरविन्द यादव, एनाटोमी विभाग में डॉ. मोनाली सोनवाने, डॉ. चारू, डॉ हिना शर्मा, डॉ सानिया के, डॉ शोभित श्रीवास्तव, एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विधार्थी, गीतांजली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी व देहदान दाता का परिवार मौजूद रहे|
75 वर्षीय वृद्ध महिला की देहदान की अंतिम इच्छा को पुत्र ने किया पूरा
