भारत को एकसूत्र में पिरोकर देश की एकता और अखंडता की नींव सरदार पटेल की देन – लक्ष्मी नारायण पंड्या
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं देश के प्रथम गृहमंत्री, लौह-पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई
उदयपुर। 31 अक्टूबर। पूर्व प्रधानमंत्री एवं “भारत रत्न” श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं देश के प्रथम गृहमंत्री, लौह-पुरुष “भारत रत्न” सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती आज सूरजपोल स्थित उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाई गई। उदयपुर देहात जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित ने बताया कि इस अवसर पर श्रीमती इंदिरा गांधी एवं सरदार वल्लभभाई पटेल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर दोनों महान नेताओं को याद किया गया एवं गोष्ठी का आयोजन भी हुआ।
गोष्ठी में उदयपुर देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी ने कहा कि भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री “भारत रत्न” श्रीमती इंदिरा गांधी जी का जीवन और कार्य देश के लिए प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। इंदिरा गांधी ने अपने अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प और असाधारण नेतृत्व से देश को नई दिशा और शक्ति प्रदान की। श्रीमती इंदिरा मीणा शक्ति, साहस, समर्पण और कुशल नेतृत्व की पर्याय रहीं। राष्ट्र की एकता, सुरक्षा और प्रगति के लिए उनका महत्वपूर्ण योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। साथ ही अखंड भारत के शिल्पकार, लौहपुरुष, “भारत रत्न” सरदार वल्लभभाई पटेल जी का भारत की स्वतंत्रता, एकता और अखंडता के लिए योगदान अतुलनीय और अमर है।
पूर्व उप जिला प्रमुख लक्ष्मी नारायण पंड्या ने कहा कि भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को राष्ट्र की एकता, आत्मनिर्भरता और सशक्त भारत के निर्माण के प्रति समर्पण के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनकी कर्मनिष्ठा, नेतृत्व और अद्वितीय राष्ट्रनिष्ठा आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। एवं देश के प्रथम गृहमंत्री, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा भारत को एक सूत्र में पिरोकर देश की एकता और अखंडता की मजबूत नींव रखी गई। उनका अदम्य साहस, दूरदृष्टि और आदर्श सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
इस अवसर पर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी, पूर्व उप जिला प्रमुख लक्ष्मी नारायण पंड्या, देहात जिला कांग्रेस महासचिव लक्ष्मी नारायण मेघवाल, देहात जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित, देहात जिला कांग्रेस सचिव भानु प्रताप गुर्जर, मोती लाल शर्मा, रतन लाल पूर्बिया, दिनेश पानेरी, दिनेश औदिच्य, मदन सिंह बाबरवाल, लक्ष्मी लाल सोनी, सुरेश कुमार तराठी, बगदी लाल जैन आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
                        
 
     
                                 
                                 
                                 
                                 
                                