उदयपुर। शहर के धानमंडी क्षेत्र में 18 वर्षीय 11 वीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी मां ने आरोप लगाया कि उसके सहपाठी रेगिंग कर परेशान किए जाने से उसने यह कदम उठाया। मां ने बेटे के आत्महत्या किए जाने पर उसे मजबूर करने वाले सहपाठियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार फांसी लगाने वाला युवक ब्रह्मपोल हाल मण्डी चौक निवासी 18 वर्षीय हर्षवर्धन उर्फ हर्ष पुत्र राहुल राठौड़ है। वह शहर के बीएन स्कूल की 11 वीं का विद्यार्थी था। मंगलवार रात वह खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। बुधवार सुबह उसकी मां चंदा राठौड़ उसे उठाने आई तो उसका शव कमरे में लटका देखा। मां चंदा राठौड़ बेटे का शव देखकर बिलख उठी। कहना है कि उसके बेटे हर्षवर्धन को कुछ छात्र परेशान कर रहे थे। उसके साथ स्कूल में रेगिंग कर मारपीट भी की गई। जिससे वह बेहद परेशान था तथा पिछले एक महीने से वह स्कूल नहीं जा पा रहा था। हर्ष के फांसी लगाए जाने की सूचना मिलते ही उसके घर समाज के लोग एकत्रित होने लगे। उन्होंने रेगिंग करने वाले हर्षवर्धन के सहपाठियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। इधर, धानमंडी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
दस साल से पति से अलग रह रही थी मां
पुलिस ने बताया कि हर्षवर्धन की मां चंदा राठौड़ अपने पति से 10 साल से अलग रह रही थी। वह हर्ष और उसके छोटे भाई दोनों का पालन—पोषण कर रही थी। दोनों बेटे बीएन नोबल स्कूल में पढ़ते थे। हर्ष 11 वीं में तथा छोटा बेटा 8 वीं में पढ़ रहा है। मां का कहना है कि हर्ष ने घबराहट तथा डर के चलते उसके साथ रेगिंग की बात नहीं बताई ताकि उसके छोटे भाई को कोई परेशान नही करे।
शिक्षक को दी थी रेगिंग की जानकारी
हर्ष की मां चंदा राठौड़ ने बताया कि उसके एक महीने से स्कूल नहीं जाने पर स्कूल से शिक्षक का फोन आया था। तब उसने शिक्षक को बताया था कि उसके बेटे के साथ रेगिंग की जा रही है। सहपाठियों के टॉर्चर के चलते वह स्कूल नहीं जा रहा। इधर, बीएन नोबल स्कूल के प्राचार्य वीरेंद्र सिंह चूण्डावत का कहना है कि स्कूल परिसर में रेगिंग की घटना नहीं हो सकती। स्कूल में सभी जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। यदि बच्चे के साथ कोई गलत हो रहा था तो उसे स्कूल प्रबंधन या किसी अध्यापक को बताना चाहिए था।
स्कूली छात्र ने फांसी लगाई, मां बोली रेगिंग करते थे उसके सहपाठी
