सनवाड़ रीको खाद फैक्ट्री मामला: फैक्ट्री प्रबंधन एवं कर्मचारियों ने भी दिया ज्ञापन

 फतहनगर। ब्लु फॉस्फेट लिमिटेड, रिको औद्योगिक क्षेत्र सनवाड के प्रोडक्शन मेनेजर जीतबहादूर सिंह एवं फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों ने मंगलवार को कम्पनी के विरुद्ध अनावश्यक दुर्भावना फैलाने को लेकर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
 ज्ञापन के जरिए प्रबंधन एवं कर्मचारियों ने अवगत कराया कि सोमवार को हमारी कम्पनी ब्लु फॉस्फेट लिमिटेड. रिको औद्योगिक क्षेत्र सनवाड के विरुद्ध एक ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। कम्पनी वर्ष 2014 से खाद एवं उर्वरक के उत्पादन का कार्य करती है तथा कम्पनी राजकीय नियम कायदे के अनुसार संचालित हो रही है।
 कम्पनी के पास राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा जारी वैध सीटीओ एवं सीटीई उपलब्ध है। कम्पनी के पास सभी Efficient Treatment Plant/ Scrubber Dus Contrioller आदि उपकरण नियमित रुप से संचालित होकर कार्यरत है। इन सभी उपकरण का रखरखाव एवं मेन्टेनेस समय समय पर राजकीय निर्देशानुसार किया जाता है। कम्पनी के उक्त प्लान्ट मे उत्पाद निर्माण में शून्य निर्वहन उद्योग प्रणाली पर कार्य किया जाता है जिसमें किसी प्रकार का द्रव अथवा कचरा कारखाने से बाहर नहीं निकाला जाता है एवं 100 प्रतिशत कचरे को पुनर्नवीनीकरण किया जाता है। साथ ही उक्त प्लान्ट में पूर्ण तरीके से ऑनलाइन तरीके से निगरानी है। कम्पनी के प्लान्ट में 33 प्रतिशत से अधिक भूमि पर हरित वातावरण है एवं कारखाने के आसपास का वातावरण पूर्ण तरीके से हरा भरा है। साथ ही कम्पनी द्वारा हरित वातावरण में सहयोग एवं आसपास वातावण को शुद्ध बनाए रखने के लिए 12,000 से अधिक पेड पौधों का वितरण किया गया। वर्तमान में कम्पनी के उक्त प्लान्ट  में 100 से अधिक व्यक्ति कार्यरत  है, जो आसपास के 10  किमी क्षेत्र से आते है। सभी नियमों की पालना कम्पनी द्वारा विधिनत रुप से की जा रहीं है एवं विगत 3-4 महीनों में कम्पनी में विभिन्न सरकारी विभाग के अधिकारीगण (RO Office Jaipur, RO office CPCB Bhopal, RO office Udaipur team) द्वारा सभी प्रकार से जांच कर सैंपल  लिए गए जो सभी प्रकार के मानको पर खरे उतरे एवं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं पाई गई। विगत कुछ दिनों से कुछ व्यक्ति कम्पनी के प्लान्ट पर नियमित रूप से आकर कार्यरत कर्मचारीगणों को परेशान किया जा रहा है, एवं प्लान्ट को बन्द करने के लिए अनैतिक रूप से दवाव बनाया जा रहा है एवं झूठे आरोप लगाए जा रहे है कि उक्त प्लान्ट से गन्दें द्रव को जमीन मे डाला जा रहा है जिससे पानी खराब हो रहा है एवं प्रदूषण फैलाया जा रहा है एवं आरापास की जमीन खराब हो रही  है जबकि कम्पनी के उक्त प्लान्ट से किसी प्रकार के द्रव का न तो उत्पादन किया जा रहा है एवं ना ही किसी प्रकार के अपशिष्ट को डम्प किया जा रहा है। जिससे किसी प्रकार का प्रदूषण उत्पन्न होता है। आसपास पीने के पानी के कुंए में शुद्ध जल मौजूद है जिसका उपयोग आज दिन तक आमजन एवं किसानों द्वारा सिंचाइ के लिए किया जा रहा है। इनमें किसी प्रकार की प्रदूषण की मात्रा उपलब्ध नहीं है। केवल मात्र अनैतिक लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ व्यक्तियों द्वारा कम्पनी के विरुद्ध भ्रम फैलाया जा रहा है एव कम्पनी की साख को नुकसान पहुंचाने की नियत से कम्पनी के कर्मचारीयों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवा रहे है।
दिनाक 30.10.2025 को सनवाड के तालाब में जल प्रदूषण से मछली के मरने की खबर पर प्रदूषण विभाग का दल रिको औद्योगिक क्षेत्र सनवाड में आया एवं समस्त रसायन उत्पाद एवं खाद फैक्ट्रियों  की जांच की गई जिसमें हमारी कम्पनी का प्लान्ट सभी मानको पर खरा उतरा एवं एक अन्य रसायन उत्पाद फैक्ट्री के अपशिष्ट से तालाव का पानी प्रदूषित होना पाया गया एवं उक्त प्रदूषण से मछलियों की  मृत्यु हुई एवं पानी में प्रदूषण फैला, जिस पर प्रदूषण विभाग ने उक्त फैक्ट्री के विरुद्ध नोटिस जारी कर विभागीय कार्यवाही की गई। ज्ञापन में कंपनी प्रबंधन ने कंपनी को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रशासनिक सहयोग की अपेक्षा की।
फोटो: कंपनी प्रबंधन के साथ नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते कंपनी के कर्मचारी।
By Udaipurviews

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